जिनके घर में थे पैसे उनके घरों में बना शौचालय, बाकी लाचार
बगहा। ओडीएफ के अभियान में रामनगर प्रखंड के डैनमरवा पंचायत की कहानी जुदा है। यहां उन लोगों के घरों मे
बगहा। ओडीएफ के अभियान में रामनगर प्रखंड के डैनमरवा पंचायत की कहानी जुदा है। यहां उन लोगों के घरों में शौचालय बना जो आर्थिक रुप से समृद्ध हैं। खुद के पैसे से शौचालय निर्माण करा सकते थे। जिन लोगों के पास पैसे नहीं थे, उन्हें दरकिनार कर दिया गया। यूं कहे तो स्वच्छ भारत मिशन के इस अभियान में आर्थिक समृद्धि वालों की चली और गरीबों को अभी भी लोटा का ही सहारा है। वैसे , सरकारी तौर पर जो आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं उसमें और धरातल पर हुए काम में काफी अंतर है। पंचायत में कुल 14 वार्ड है। प्रत्येक वार्ड में कुछेक घरों में शौचालय का निर्माण कराया गया है। अभी भी अधिकांश परिवार ऐसे हैं जिन्हें खुले में शौच करने की मजबूरी है। कुछ एक घरों में पंचायत के ओडीएफ होने के बाद भी शौचालय के निर्माण का कार्य चल रहा है। हालांकि भुगतान के मामले में इस पंचायत की ठीकठाक स्थिति है। मुखिया प्रतिनिधि सिकंदर आजम ने बताया कि कुल 14 वार्ड है। जिनमें से 09 वार्ड केवल डैनमरवा गांव में है। जबकि 03 अन्य गांवों में 05 वार्डों का विस्तार है। 14 वार्डों के इस पंचायत में1300 शौचालय का निर्माण कराया गया है।
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312 परिवार खुले में शौच करने को मजबूर
14 वार्डों वाले इस पंचायत के वार्ड 01, 02 एवं 03 मुड़ेरा गांव में आता है। जहां करीब 150 शौचालय का निर्माण कराया गया है। ं वार्ड 04 बैकुंठवा गांव एवं सिकटा गांव में में 125 शौचालय बने हैं। जबकि डैनमरवा गांव में वार्ड 06 से लेकर वार्ड 14 तक है। जिसमें इन सभी 09 वार्डों में प्रति वार्ड करीब 100 शौचालय निर्माण हुआ है। सरकारी आंकड़े में इस पंचायत में कुल शौचालय का लक्ष्य 2389 है। जबकि 2077घरों में ही शौचालय का निर्माण कराया गया है। इस प्रकार पंचायत के 312 घरों में अभी भी शौचालय नहीं है।
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मिल गई प्रोत्साहन राशि
पंचायत के लाभुकों की माने तो भुगतान में कोई खास परेशानी नहीं है। पर कुछ लोगों का भुगतान अभी बाकी है। इसके अलावा पंचायत में कुछ नए आवेदक भी है। जो मुखिया के यहां सूची में नाम नहीं होने की शिकायत लेकर आ रहें है। ऐसे करीब चार दर्जन नए लाभुक है। जिसे यह डर सता रहा है कि कहीं इस अभियान और योजना से वंचित नहीं रह जाएं। मुखिया की ओर से प्रयास किया जा रहा है कि इन लोगों का नाम भी सूची में दर्ज हो जाए। लेकिन अधिकारी अभी कन्नी काट रहे हैं।
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बयान : कुछ लोग शौचालय के निर्माण के लिए आ रहे है। उनको आश्वस्त किया गया है कि जल्द ही ऑनलाइन कराकर इनका भी निर्माण कराया जाएगा। भुगतान में परेशानी नहीं है। इसकी प्रक्रिया चल रही है।
सिकंदर आजम, मुखिया प्रतिनिधि
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बयान :
इस पंचायत में कार्य चल रहा है। नए लाभुकों के आवेदनों पर भी विचार किया जा रहा है। भुगतान में परेशानी नहीं हो इसका ख्याल रखा जा रहा है। आंकड़ा पुराने निर्मित पंचायतों को जोड़कर है।
सुरेन्द्र ¨सह, प्रखंड समन्वयक लोहिया स्वच्छता अभियान