कुपोषण दूर करने में जीवन के प्रथम हजार दिन की महत्ता अहम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को सुबह दस बजे से वीडियो कान्फ्रे¨सग के माध्यम से क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं यथा-महिला पर्यवेक्षिका, एएनएम, आंनगबाड़ी सेविका, आशा, महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के लाभुकों के साथ प्रत्यक्ष संवाद किया।
मधुबनी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को सुबह दस बजे से वीडियो कान्फ्रे¨सग के माध्यम से क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं यथा-महिला पर्यवेक्षिका, एएनएम, आंनगबाड़ी सेविका, आशा, महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के लाभुकों के साथ प्रत्यक्ष संवाद किया।
इस संवाद कार्यक्रम का आयोजन जिले के सभी प्रखंडों में बाल विकास परियोजना कार्यालयों एवं अन्य स्थानों पर किया गया। इसमें वृहत संख्या में महिला पर्यवेक्षिका, सेविका, आशा, एएनएम सहित बाल विकास एवं परिवार कल्याण विभाग के लाभुकों ने भाग लिया।
संवाद कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कुपोषण को दूर करने में जीवन के प्रथम हजार दिन की महत्ता से अवगत कराया। साथ ही सभी क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं से पोषण अभियान कार्यक्रम को जन आंदोलन का हिस्सा बनाकर इसे सफल बनाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने सभी क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं को सामाजिक बदलाव में अपना अहम योगदान देने का भी आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आगामी दिनों में सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर एलपीजी गैस कनेक्शन एवं एलईडी बल्ब की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं आशा की प्रोत्साहन राशि (केंद्रांश) को अक्टूबर 2018 से दोगुना कर दिया जाएगा।
पीएम ने कहा कि आंगनवाड़ी सेविका जिनका मानदेय 3000 रुपये है, उन्हें 4,500 रुपये (केंद्रांश) एवं जिनका मानदेय 2,250 रुपये है, उन्हें 3500 रुपये मानदेय के रूप में अक्टूबर से से दिया जायेगा। पोषण अभियान के तहत आइसीडीएस में उत्तम प्रदर्शन के आधार पर 250 रुपये से लेकर 500 रुपये तक अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने आंगनवाड़ी सहायिका को 1,500 रुपये के बदले 2,250 रुपये (केंद्रांश) मानेदय के रूप में अक्टूबर 2018 से दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रे¨सग के माध्यम से कहा कि तीन 'ए' (आंगनवाड़ी सेविका, एएनएम एवं आशा) भारत को स्वास्थ्य एवं पोषण के मामले में 'ए' ग्रेड पर रखेंगी।