मतगणना से पूर्व शांत हुआ माहौल
मधुबनी। लौकही प्रखंड में चुनाव के बाद जीत-हार को लेकर अटकलें गत चुनाव की अपेक्षा कम नजर आ रही है।
मधुबनी। लौकही प्रखंड में चुनाव के बाद जीत-हार को लेकर अटकलें गत चुनाव की अपेक्षा कम नजर आ रही है। हर जगह वातावरण शांत नजर आ रहा है। वैसे एनडीए के प्रत्याशी महिला मतदाताओं पर अपना भरोसा जता रहे हैं और अपने जीत के प्रति आश्वस्त नजर आते हैं। वहीं, दूसरी ओर गठबंधन के प्रत्याशी अपने जन समर्थन के बल पर और जातीय समीकरण के बल पर जीत की दावा कर रहे हैं। जो भी हो परिणाम आने के बाद ही यह तय होगा कि जीत किस की झोली में जाती है। लेकिन, आम लोगों की माने तो दोनों में कांटे की टक्कर होने की संभावना है। सब लोगों का ध्यान मतगणना की ओर है। मतदान के परिणाम जानने को उत्सुक प्रत्याशी व समर्थक रहिका। रहिका प्रखंड मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों मे कल होने बाले मतगणना को ले उम्मीदवार व उनके समर्थकों में मतदान के परिणाम को लेकर सोमवार को पूरे दिन चर्चाएं होती रही। एग्जिट पोल आने के बाद महागठबंधन में जहां जोश और आत्मविश्वास दिखाई दे रहा है, वहीं दूसरी ओर एनडीए कार्यकर्ता भी एग्जिट पोल को गलत बताते हुए उत्साहित नजर आ रहे हैं। एनडीए कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस बार भी एग्जिट पोल मुंह के बल गिरेगा और बिहार में एनडीए की सरकार ही बनेगी। नीरज झा के निधन पर उनके ससुराल में मातम
हरलाखी। बेनीपट्टी विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी नीरज झा का चुनाव के दिन आकस्मिक निधन से हरलाखी प्रखंड अंतर्गत उनके ससुराल हरसुवार गांव में भी मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। छात्र राजनीति से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले स्व. झा एनएसयूआई व युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बनकर एक कुशल राजनीतिज्ञ के रूप में चर्चित हुए। स्व. झा चुनाव प्रचार के दौरान कोरोना पॉजिटिव हो गए और पटना एम्स में इलाजरत थे। जहां सात नवंबर को चुनाव के दिन उनकी मौत हो गई। उनके मौत की खबर फैलते ही पूरे जिले सहित उनके ससुराल में भी मातमी सन्नाटा पसर गया। उनके चाचा ससुर मिथिलेश ठाकुर, बिरेंदर ठाकुर, अनिल ठाकुर, जदुपति झा, धर्मेद्र झा, जिमेदार झा के अलावे उनके साथ छात्र राजनीति की शुरुआत करने वाले युवा नेता प्रजापति झा ने कहा कि स्व. झा मधुबनी रहकर अपनी पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए एक मसीहा रूप में जाने जाते थे। उनका असमय निधन परिवार सहित पूरे जिला के लिए अपूरणीय क्षति है। युवा नेता प्रजापति झा ने कहा कि चुनाव के दिन स्व. झा का निधन होना और उनकी मौत की खबर परिजनों से पहले क्षेत्र में वायरल होना एक सोची समझी साजिश है। उन्होंने केंद्र सरकार से उनके मौत की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।