वेतन भुगतान नहीं होने से शिक्षक संघ में उबाल, दी अनशन की धमकी
मधुबनी। शिक्षकों के वेतन भुगतान में अनावश्यक लेटलतीफी से एक शिक्षक संघ उबल पड़े हैं। नियमित शिक्षकों को भी तीन माह से वेतन नसीब नहीं हो रहा है।
मधुबनी। शिक्षकों के वेतन भुगतान में अनावश्यक लेटलतीफी से एक शिक्षक संघ उबल पड़े हैं। नियमित शिक्षकों को भी तीन माह से वेतन नसीब नहीं हो रहा है। जिस कारण नियमित शिक्षकों को भी आर्थिक कठिनाईयों से गुजरना पड़ रहा है। बीमार परिजनों के इलाज, बच्चों की पढ़ाई से लेकर अन्य घरेलू जरूरतों को पूरा करने में परेशानी हो रही है। एक नियमित शिक्षिका ने कहा कि शिक्षा विभाग के पदाधिकारी व कर्मी अपना वेतन तो ले लेते हैं लेकिन नियमित शिक्षकों का तीन माह से भुगतान लंबित रहने के संबंध में तरह-तरह का कारण गिनाने लगते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर नियमित शिक्षकों के वेतन भुगतान में तकनीकी समस्या बाधक आ रही है तो फिर शिक्षा विभाग के पदाधिकारी व कर्मी के वेतन भुगतान में तकनीकी समस्या क्यों नहीं बाधक बन रही है।
वहीं परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष नवीन कुमार एवं जिला महासचिव रघुनाथ यादव संयुक्त हस्ताक्षरित तीन सूत्री मांग पत्र डीईओ एवं डीपीओ-स्थापना को भेजा है। मांग पूरी नहीं होने पर संघ के दो सदस्य रंजन कुमार ठाकुर एवं विवेकानंद विकल द्वारा 28 अगस्त से समाहरणालय के समक्ष अनिश्चितकालीन अनशन प्रारंभ कर दिया जाने की बात भी कही है। कहा है कि वेतन भुगतान हेतु आवंटन मिलने के बाद भी तीन माह से शिक्षकों को वेतन भुगतान नहीं होना, उच्च न्यायालय एवं प्राथमिक शिक्षा निदेशक द्वारा बीते जुलाई में ही पत्र जारी कर इग्नू डीपीई का प्रशिक्षित बकाया वेतन भुगतान करने के लिए निर्देशित किया गया था, लेकिन आवंटन मिलने के बाद भी इस निर्देश का भी अनुपालन नहीं किया जाना, नव प्रशिक्षित शिक्षक जो मार्च-अप्रैल 2019 में प्रशिक्षित हुए हैं उनका भी शत प्रतिशत वेतन निर्धारण अब तक नहीं किया जाना शिक्षकों के साथ नाइंसाफी है।