राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारी को ले बैठक
समय-समय पर लगाए जाने वाले राष्ट्रीय अथवा अन्य लोक अदालतों का एक मात्र उद्देश्य यही है कि इसके तहत अधिक से अधिक मामलों का निष्पादन कर सम्बन्धित पक्ष को राहत दिया जाए।
मधुबनी। समय-समय पर लगाए जाने वाले राष्ट्रीय अथवा अन्य लोक अदालतों का एक मात्र उद्देश्य यही है कि इसके तहत अधिक से अधिक मामलों का निष्पादन कर सम्बन्धित पक्ष को राहत दिया जाए। उक्त बातें झंझारपुर एवं फुलपरास अनुमंडलों के बौंक पदाधिकारियों, उत्पाद विभागए वन विभाग एवं मापतौल विभाग के पदाधिकारियों के साथ 12 नवम्बर को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारी को लेकर कोर्ट के सभागार में हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए एसीजेएम मन कामेश्वर प्रसाद चौबे ने कही। एसीजेएम सह अनुमंडल विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष श्री चौबे ने वैठक में मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि 2 नवम्बर तक सम्बन्धित पक्ष को भेजे जाने वाले नोटिश को लोक अदालत कार्यालय को अवश्य उपलब्ध करा दिया जाए। ताकि समय पर पक्षकारों को नाटिस मुहैया कराने में सहुलियत हो। उन्होंने इस बैठक में उपस्थित खासकर बैंक अधिकारियों को संबोधित करते हुए बताया कि बैंक का पैसा बहुत जगह लोनियों के पास फंसा हुआ है। इस हालत में बैंक को चाहिए कि इस लोक अदालत में आए ऋणि धारकों को अधिक से अधिक राहत देकर मामलों का निष्पादन कर फंसे हुए राशि को जमा कराए। इससे न केवल लोक अदालतों के औचित्य की पूर्ति होगी, बल्कि इससे कितने ही लोगों को नए सिरे से अपना विकास करने का रास्ता भी मिलेगा। इसके अलावा सभी बैंक अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया कि वे अपनी शाखा के बाहर राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन की सूचना का बैनर लगाने की अविलंब व्यवस्था करे।
बैठक में एसीजेएम द्वितीय शिवप्रसाद शुक्ला, एसीजेएम तृतीय देवेश कुमार, एसडीजेएम सह अनुमंडल विधिक सेवा समिति के सचिव राकेश कुमार यादव, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी सह अपर मुंशिफ मानवेन्द्र मिश्रा के अलावा अधिकारियों में एसबीआई के प्रबंधक मनीरुद्दीन, यूबीजीबी के प्रबंधक सुरेश झा, वन विभाग के सुबोधचन्द्र झा, अनुमंडल विधिक सेवा समिति के प्रभारी अवकाश मिश्र दीपक कुमार आदि थे।