सहुरिया गांव के लोगों को मलाल, गांव में हाईस्कूल नहीं
अंधराठाढ़ी प्रखंड के देवहार पंचायत का सहुरिया गांव प्राचीन समय से ही खास है।
मधुबनी। अंधराठाढ़ी प्रखंड के देवहार पंचायत का सहुरिया गांव प्राचीन समय से ही खास है। सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से सहुरिया हमेशा से प्रखंड का एक अग्रणी गांव रहा है। एक समय था सब सहुरिया का नाट्य मंचन प्रदेश भर में प्रसिद्ध था। शैक्षणिक दृटिकोण से भी गांव हमेशा आगे रहा है। मगर ग्रामीणों को मलाल है कि शिक्षा में अगुआ रहा सहुरिया गांव में एक भी हाईस्कूल नहीं हैं। इसका सबसे ज्यादा नुकसान गांव की लड़कियों को उठाना पड़ता है। लोगो को ये भी मलाल है कि छह हजार की आबादी वाले गांव में एक भी स्वास्थ्य उपकेंद्र, जनवितरण, डाकघर और पशु अस्पताल नही है। दो में एक आंगनवाड़ी केंद्र बंद पड़ा है। गांव में शौचालय निर्माण की गति धीमी है। अभी भी गांव की करीब 30 फीसदी आबादी खुले में शौच जाने को विवस है। बरसात में जलजमाव भी एक मुख्य समस्या है। कमला के पूर्वी तटबंध में जलजमाव के कारण सैकड़ों एकड़ उपजाऊ भूमि नाले में तब्दील हो चुकी है। पुराने जर्जर पोल तार भी गांव की एक बड़ी समस्या है। गांव की एक बड़ी आबादी आर्थिक सामाजिक जनगणना और बिजली से वंचित है। गांव के अधिकांश आबादी खेती और पशुपालन पर निर्भर है। फिर भी किसानों को ¨सचाई की कोई माकूल व्यवस्था नहीं है। भुतहा धार में बना फाटक पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है। इसके निर्माण से करीब दो ह•ार एकड़ जमीन के साथ साथ ये सैकड़ों किसानों के लिए भी वरदान साबित हो सकती है। गांव में एक भी सरकारी नलकूप नहीं है। नहर है मगर उसमे पानी नहीं आता है। आज भी सहुरिया के किसान भगवान भरोसे ही हैं।
पंचायत का सम्पूर्ण विकास मेरा लक्ष्य है। सात निश्चय योजना के तहत हर गली सड़क और गांव में हर घर नल का जल पहुंचाने का काम काफी तेजी से हो रहा है।
सज्जन ठाकुर, मुखिया
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भुतहा धार में बना फाटक पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है। इसके बन जाने से करीब दो ह•ार एकड़ जमीन के लिए ये बरदान साबित हो सकती है।
भोगेन्द्र चौधरी
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गांव में एक भी स्वास्थ्य उपकेंद्र नही है। गांव में ना ही हाई स्कूल, ना डाकघर और ना ही जनवितरण प्रणाली की कोई दुकान है। दो में एक आंगनबाड़ी केंद्र बंद पड़ा है। अर¨वद कुमार चौधरी
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अंधराठाढ़ी सहुरिया वाया शिवा धकजरी मुख्य सड़क पूरी तरह जर्जर है। महादलित बस्ती में शौचालय निर्माण शून्य है। लोग बिजली और जनगणना से वंचित है।
--घूरन पासवान
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बिजली बिल में समस्या है। सहुरिया गनौली मुख्य सड़क का पुल क्षतिग्रस्त है। सड़क के बीचोबीच पेड़ है। कई दुर्घटना हो चुकी है। इसपर ध्यान देने की जरूरत है। कमल राय
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गांव में विकास तो हुआ है लेकिन और शौचालय बनाने की जरूरत है। राशन कार्ड से वंचित लोगों को राशन कार्ड व लुंजपुंज विद्युत तारों को बदलने की जरूरत है।
घूरन साह
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आंकड़ो में सहुरिया गांव
आबादी - करीब 6 ह•ार,
साक्षरता - करीब 70 प्रतिशत,
कुल वार्ड - 4 ,
विद्यालय - 4
आंगनबाड़ी - 2 ,
जनवितरण प्रणाली की दुकान - एक भी नही
उपस्वास्थ्य केंद्र - एक भी नही,
वोटर - 2500