मुस्लिमों का हितैषी बनने का नाटक कर रही राजद : बिजेंद्र
भौआड़ा स्थित मदरसा इसलामियां परिसर में आयोजित सियासी व तालिमी बेदारी कांफ्रेंस का मंगलवार को उद्घाटन करते हुए सूबे के उर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने अल्पसंख्यक समाज की दशा व दिशा पर विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि आजादी के बाद आज तक देश एवं राज्य स्तर पर सभी दल के नेताओं ने इस समाज को केवल वोट बैंक समझ कर इस्तेमाल किया है।
मधुबनी। भौआड़ा स्थित मदरसा इसलामियां परिसर में आयोजित सियासी व तालिमी बेदारी कांफ्रेंस का मंगलवार को उद्घाटन करते हुए सूबे के उर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने अल्पसंख्यक समाज की दशा व दिशा पर विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि आजादी के बाद आज तक देश एवं राज्य स्तर पर सभी दल के नेताओं ने इस समाज को केवल वोट बैंक समझ कर इस्तेमाल किया है। इस समाज के उत्थान के लिए कुछ नहीं किया। भागलपुर दंगा पर लालू यादव एवं कांग्रेस पर निशान साधते हुए कहा कि इस कांड का मुख्य आरोपी कामेश्वर यादव को सीएम हाउस में सुरक्षा देने वाली राजद मुस्लिम समाज का हितैषी बनने का नाटक कर रही है।
श्री यादव ने समाज के युवाओं को नए सिरे से सेाचने का आह्वान करते हुए कहा कि बदलते परिवेश का आकलन करें तथा अपनी शुभ¨चतक नेता तथा राजनीतिक दल का समर्थन दें।
मुख्य अतिथि विधान परिषद के सभापति मो हारून रशीद ने अल्पसंख्यक समाज के लिए सबसा बड़ा हितैषी सीएम नीतीश कुमार को बताते हुए कहा कि बिहार पहला राज्य है जहां सभी योजनाओं में अल्पसंख्यकों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। पहले अल्पसंख्यक कल्याण के लिए 85 लाख की राशि स्वीकृत होती थी जिसे बढ़ाकर 800 करोड़ किया गया है। कब्रिस्तानों की घेराबंदी, हुनर योजना, परित्यक्त महिलाओं को मुआवजा, स्टूडेन्ट क्रेडिट कार्ड, अल्पसंख्यक छात्रवृति, आदि योजनाएं परिवर्तनकारी कदम हैं। विधान पार्षद खालिद अनवर ने कहा कि अल्पसंख्यक समाज को और आम लोगों को नीतीश सरकार के प्रति नए सिरे से सोचने की जरूरत है। मुस्लिम युवा अपने पिछडे़पन को समझे ओर नीतीश कुमार को मजबूती प्रदान करें। जिला जदयू अध्यक्ष अब्दुल कैयूम ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति करने वाली राजद, कांग्रेस सहित अन्य दलों को समझना होगा कि मुसलमान केवल उपयोग की वस्तु नहीं है। नीतीश सरकार के काल में एक भी सांप्रदायिक दंगे नहीं हुए है। अल्पसंख्यक जिलाध्यक्ष अहमद हुसैन ने कहा कि बेदारी कांफ्रेस एक नजीर पेश करेगा कि मुसलमान किसी के पिछलग्गू नहीं हैं। वे नीतीश के नेतृत्व में अपना रास्ता तय करेगी। कांफ्रेस में पूर्व मंत्री डॉ रामलखन राम रमण, विधान पार्षद डॉ दिलीप कुमार चौधरी, तनवीर अख्तर, मो.अनीर्सुरहमान, मो.जाहिद, मो.वसीम, मो.जिलानी, मो.रेजाउद्दीन, लाल मोहम्मद, मो.मोजाहिद, तजमुल हुसैन, जावेद अनवर, जहीर परसौनवी, जहीर मलमली, रजा अली, अख्तर हुसैन, मौलाना अनिसुररमान, अताउरहमान, मो.साबिर हुसैन, मो.दानिश, मो.बाकी, मो.मोहिबुल्लाह, सहित अल्पसंख्यक समाज के हजारो प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।