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चुहे कुतर रहे राहत सामग्री

इस वर्ष की प्रलंयकारी बाढ़ के दौरान जिला स्तर से भेजे गए फूड पैकेटों को चूहे कुतर रहे हैं एवं कीड़े मकोड़े लग गए है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Nov 2017 03:00 AM (IST)Updated: Fri, 03 Nov 2017 03:00 AM (IST)
चुहे कुतर रहे राहत सामग्री
चुहे कुतर रहे राहत सामग्री

मधुबनी। इस वर्ष की प्रलंयकारी बाढ़ के दौरान जिला स्तर से भेजे गए फूड पैकेटों को चूहे कुतर रहे हैं एवं कीड़े मकोड़े लग गए है। मामला प्रखंड के सुन्दर विराजीत पंचायत का है। जहां अंचल द्वारा 900 फूड पैकेट बाढ़ पीड़ितों में वितरण हेतु राहत कार्य में प्रतिनियुक्त शिक्षिकों को 15. 09. 2017 को उपलब्ध करा दिया गया था। परन्तु प्रशासनिक लापरवाही के कारण राहत सामाग्रियों का वितरण दो महीने में भी नहीं किया जा सका है। वितरण कार्य में प्रतिनियुक्त शिक्षक मो. शमशूल हक शम्स, गगन पासवान, गणेशजी सुमन, गोपाल कुमार चौधरी ने बताया कि जनप्रतिनिधि द्वारा बाढ़ पीड़ितों की सूची अनुश्रवण से पास कर नहीं दिये जाने के कारण राहत वितरण नहीं किया गया है। शिक्षकों ने बताया कि राहत सामाग्री का उठाव कर मध्य विद्यालय सुन्दर के एक कमरा में भंडारण कर रखा गया है। ग्रामीण रविन्द्र कुमार यादव, दिलीप कुमार यादव, मिथिलेश कुमार, बब्लू यादव, संतोष यादव आदि ने बताया कि राहत सामग्री अब बंद कमरे में रखे रखे बर्बाद हो चुका होगा अब वो खाने लायक नहीं रहा है।

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वहीं दूसरी ओर पचही पंचायत में भी राहत सामग्री का वितरण नहीं किया जा सका है। पंचायत को आवंटित 700 पैकेटों में से 400 पैकेट अभी भी प्रखंड कार्यालय में पड़ा हुआ है।

इस बाबत सीओ अशोक कुमार सिन्हा ने बताया कि राहत वितरण कार्य में प्रतिनियुक्त शिक्षकों द्वारा प्रखंड कार्यालय से वितरण सूची नहीं प्राप्त किया जा रहा है। जिस कारण राहत वितरण लंबित है।

जदयू प्रखंड अध्यक्ष रमेश कुमार झा उर्फ जीबछ झा ने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि स्थानीय अधिकारियों द्वारा सरकार को बदनाम करने के उद्देश्य से राहत वितरण कार्य में शिथिलता बरती गई है।


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