विश्व कल्याण व समाज में शांति के लिए राम कथा आवश्यक
मधुबनी। राम कथा जीवन जीने की कला सिखाती है। कथा श्रवण मात्र से मानव की कल्याण संभव है। राम कथा महत्वपूर्ण है।
मधुबनी। राम कथा जीवन जीने की कला सिखाती है। कथा श्रवण मात्र से मानव की कल्याण संभव है। राम कथा महत्वपूर्ण है। ये बातें वैशाली की साध्वी व बाल व्यास कुमारी सुकृति ने वन बंधू परिषद के अंतर्गत एकल अभियान के तत्वावधान में स्वामी विवेकानंद आवासीय सरस्वती विद्या मंदिर के प्रांगण में राम कथा में कहीं। उन्होंने कहा कि विश्व कल्याण व समाज में शांति एवं आपसी भाईचारा के लिए राम कथा आवश्यक है। राम कथा सुनने से मनुष्य के पापों का नाश होता है। पीड़ा से मुक्ति मिलती है। कथा श्रवण से सत्कर्म करने की प्रेरणा मिलती है। भगवान राम ने आदर्श को स्थापित किया। वह आज भी प्रासंगिक है। मनुष्य ही एक ऐसा प्राणी है जिसमें सोचने एवं समझने की चेतना होती है। इस जीवन में अच्छे कर्म कर प्राणी हमेशा के लिए जन्म-मृत्यु से मुक्ति पाकर परमधाम को प्राप्त कर सकता है। मनुष्य को चाहिए की मानव धर्म की रक्षा करते हुए सच्चे मार्ग पर चले। काम, क्रोध, लोभ, मोह को त्याग कर ईश्वर की ओर ध्यान देना चाहिए। ज्ञान प्राप्त करने के बाद यदि अपराध हो तो उसके पाप को भगवान भी माफ नहीं करते हैं। राम कथा दर्पण के समान हैं जो मानव को अपनी भूलें झलकाता है। रामचरित मानस महत्वपूर्ण ग्रंथ है। इस अवसर पर सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. पीआर सुल्तानियां, कमलाकांत झा, उपेन्द्र यादव, शंकर साह, सुशील यादव, जितेंद्र प्रसाद, अशोक कुमार सिंह, संतोष राय, राजनारायण पासवान, देवनारायण पासवान, सत्येंद्र नारायण सिंह, अखिलेश शरण, गया प्रसाद साह, कुमारी सुष्मिता, कुमारी मंजू, ललिता कुमारी आदि श्रद्धालुओं की सेवा में लगे हुए हैं।