बाहर से आने वाले लोगों के लिए बना रैन बसेरा है बंद
मधुबनी। कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार के तमाम दावे प्रखंड में फेल दिख रहे हैं।
मधुबनी। कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार के तमाम दावे प्रखंड में फेल दिख रहे हैं। एक तरफ लॉकडाउन के पालन को लेकर लगातार पुलिस डंडे चला रही है। वहीं दूसरे प्रदेशो से पलायन कर अपने घर आने वाले लोगों की जांच के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। ताकि, कोरोना संक्रमण गांव तक नहीं फैले। इसको लेकर प्रखंड के मध्य विद्यालय करुणा, मध्य विद्यालय गंगौर, मध्य विद्यालय उमगांव, मध्य विद्यालय सोनई, मध्य विद्यालय खिरहर को चयनित किया गया है। यहां बाहर से आये लोगों को होम आईशोलेशन में रखा जाना है।इसके साथ ही इनलोगों के लिए मध्याह्न भोजन का विद्यालय पर ही व्यवस्था का निर्देश है। लेकिन, उक्त विद्यालयों पर किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं दिखी। पड़ताल के दौरान के जायजा लेने के क्रम में इन सभी विद्यालय पर एक तरह से सन्नाटा था। इन विद्यालयों पर दी जाने वाली सुविधा तो क्या, एक भी कर्मी या दूसरे प्रदेश से आने वाले एक भी व्यक्ति आसपास भी नजर नहीं आए। सभी विद्यालय पूर्णत: बंद थे। जबकि हर रोज हर गांव में दर्जनों लोग बाहर से अपने घर आ रहे हैं। उनकी जांच भी नहीं हो पा रही है। अगर ऐसे में संक्रमण बढ़ता है तो यह भयावह रूप ले सकती है। इस बाबत प्रखंड विकास पदाधिकारी अरुणा चौधरी ने कहा कि संबंधित एचएम को निर्देश दिया गया है। साथ ही मुखिया को भी कहा गया है। हर हाल में नियम का पालन करना है। वही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का मोबाइल कई दिन से बंद बताया जा रहा। बेनीपट्टी एसडीएम मुकेश रंजन ने बताया कि इस मामले में संबंधित पदाधिकारी को कहा जा रहा है।