राफेल डील में देश की सुरक्षा के साथ हुआ खिलवाड़
राफेल डील ना केवल भ्रष्टाचार का मामला है, बल्कि देशद्रोह का भी मामला बनता है। देश के सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया गया है।
मधुबनी। राफेल डील ना केवल भ्रष्टाचार का मामला है, बल्कि देशद्रोह का भी मामला बनता है। देश के सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया गया है। उक्त बातें पूर्व केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता डॉक्टर शकील अहमद ने कही। वे उमगांव स्थित आवास पर प्रेस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया की सरकारी कंपनी ¨हदुस्तान एयरोनॉटिक्स को हवाई जहाज बनाने का 50 साल से ज्यादा का तजुर्बा है। मोदी जी ने बीच से हटाकर एक मित्र को जिसकी कंपनी 12 दिन पहले बनी थी , उसको 1 लाख 30 हजार करोड़ का बिजनेस दे दिया। जिससे 35 हजार करोड़ का उनके मित्र के कंपनी को फायदा हुआ है। जिसको कोई तजुर्बा नहीं है। वह भी लड़ाकू जहाज बनाने का। जो पहले हम लोगों के समय में समझौता हुआ था कि ¨हदुस्तान एयरोनॉटिक्स बिच के कंपनी रहेगी। वही गुणवत्ता देखेगी। दूसरे हमारे समय में एक राफेल लड़ाकू की कीमत 625 करोड़ रूपये थी। मोदी जी ने उसका दाम बढ़ाकर 1670 करोड़ रुपए कर दी और उसके साथ-साथ हम लोगों के समय में 126 लड़ाकू जहाज आना था। जिसका संख्या घटाकर 36 पर मोदी जी ने पहुंचा दिया। दाम तिगुना लग गया संख्या घटकर 36 हो गई। देश के सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है। इसकी जानकारी कैबिनेट कमेटी को नहीं थी। देश के रक्षा मंत्री को इसकी जानकारी नहीं थी। मोदी जी ने भ्रष्टाचार केवल अपने मित्र जिससे वे चुनाव में मदद ली थी उनको फायदा पहुंचाया है। 35 हजार करोड़ का राफेल का मामला केवल भ्रष्टाचार का ही नहीं देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का अर्थात देशद्रोह का भी मामला बन सकता है।
मौके पर शब्बीर अहमद, रूपन झा, धीरेंद्र झा, जगदीश ठाकुर, सोनू कुमार साह, सुनील साह समेत कई कार्यकर्ता भी मौजूद थे।