मानसून से पूर्व सताने लगी जलजमाव की चिता
मधुबनी। मानसून आने से पूर्व शहर के लोगों को जलजमाव की चिता सताने लगी है।
मधुबनी। मानसून आने से पूर्व शहर के लोगों को जलजमाव की चिता सताने लगी है। बरसात के दिनों में शहरी क्षेत्रों में जलजमाव की गंभीर हो जाती है। कई दिनों तक शहर झील में तब्दील रहता है। नाला का पानी सड़क पर बहने लगता है। कई हिस्सों में आवागमन बाधित हो जाता है। कई मोहल्लों के घरों में बारिश का पानी प्रवेश कर जाता है। विद्यालय परिसरों में जलजमाव की समस्या बन जाती है। शहर में जलजमाव पर काबू पाना होता टेढ़ी खीर:
बरसात के दिनों में शहर में कई दिनों तक कोर्ट परिसर, गदियानी चौक, महाराजगंज, ऑफिसर्स कॉलोनी, बाबूसाहब चौक, सूड़ी स्कूल चौक, गदियानी, चभच्चा चौक, सुभाष चौक, गोशाला रोड, विनोदानंद झा कॉलोनी, प्रगति नगर कॉलोनी, तिरहुत कॉलोनी, बिजली कॉलोनी, खादी भंडार परिसर, निजी बस पड़ाव समेत अन्य क्षेत्रों में जलजमाव सिरदर्द बना रहता है। गदियानी चौक में सालों भर जलजमाव:
कैनाल के जाम रहने से आज भी शहर के कई हिस्सों में जलजमाव की समस्या बनी है। शहर के वार्ड पांच व दस के बीच गदियानी चौक से बड़ी बाजार जाने वाली मुख्य सड़क पर जलजमाव है। निकट ही एक कैनाल करीब तीन दशक से जाम पड़ा है। इसकी सफाई व जलनिकासी नहीं होने से वार्ड पांच और दस में जलजमाव की समस्या बनी रही है। वहीं सालों भर इसकी बदबू लोगों को नाकोदम किए रहती है। वार्ड पांच की पार्षद निर्मला देवी ने बताया कि जलजमाव को दूर करने के लिए नगर परिषद को दो दिन पूर्व भी आवेदन दिया गया। इधर, नगर परिषद के मुख्य पार्षद सुनैना देवी ने बताया कि बरसात से पूर्व शहर के नालों की सफाई के लिए लॉकडाउन के बीच विशेष सफाई अभियान शुरू किया गया। इससे बड़े पैमाने पर गंदगी की सफाई की गई है। बरसात से पूर्व शहर के सभी नाला की सफाई करा ली जाएगी। इससे बरसात के दिनों में शहर को जलजमाव से निजात मिलेगा।
निर्धारित समय सीमा तक कार्य पूरा होने पर संशय : विधायक
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विधायक समीर कुमार महासेठ ने बताया कि शहर को जलजमाव से ठोस समाधान के लिए 104 करोड़ से अधिक राशि की स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज योजना के लिए निरंतर प्रयास के बाद कार्य तो शुरू हुआ। लेकिन, कार्य की धीमी गति से निर्धारित तय सीमा तक कार्य पूरा होने पर संशय बना है। कार्य में तेजी नहीं लाने से इस वर्ष शहरवासियों को जलजमाव की परेशानी झेलनी पड़ सकती है। हालांकि, कार्य में तेजी लाने के लिए बुडको व जिलाधिकारी से बात की है। उन्होंने बताया कि कैनालों के सफाई कार्य में तेजी लाना आवश्यक हो गया है। ऐसा नहीं होने से बरसात के दिनों में कैनालों की सफाई कार्य का बहाना बनाकर कर योजना को पूरा करने में लंबा समय लगाया जा सकता है। बरसात से पूर्व कैनालों की सफाई से बरसात के समय इस कार्य पर नगर परिषद द्वारा अतिरिक्त लाखों खर्च को रोका जा सकता है। स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज कार्य शीघ्र शुरू होने की उम्मीद:
मालूम हो कि शहरी क्षेत्र को जलजमाव से निजात के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री सुरेश कुमार शर्मा द्वारा एक मार्च 19 को शहर के थाना चौक स्थित स्ट्रोम वाटर ड्रेनेज योजना का शिलान्यास किया गया था। शिलान्यास के बाद से ही योजना के कार्य की गति धीमी रही है। इस योजना के तहत शहर के वाट्सन, किंग्स व राज कैनालों का पक्कीकरण कर सड़क निर्माण को शामिल किया गया था। शहर के सर्किट हाउस, ऑफिसर्स कॉलोनी, सदर अस्पताल, प्रगति नगर, वाट्सन स्कूल, बिजली कॉलोनी सहित अन्य हिस्सों में जलनिकासी के लिए पंप हाउस, तथा क्रांस ड्रेन निर्माण किया जाना था। बुडको कार्यपालक अभियंता ने बताया कि लॉकडाउन के कारण कार्य ठप हो गया था। एक-दो दिन में कार्य शुरू किया जाएगा।