झंझारपुर क्षेत्र में संभावित डेंगू का मरीज, इलाज को दिल्ली भेजा
मधुबनी। डेंगू ने अनुमंडल क्षेत्र में भी अपना पांव फैलाना प्रारंभ कर दिया है। झंझारपुर नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नंबर छह के निवासी अरुण कुमार अग्रवाल उर्फ पप्पू अग्रवाल को डेंगू रोग का शिकार होना पड़ा है। पप्पू अग्रवाल के भाई शंभु प्रसाद अग्रवाल ने जानकारी दी की पप्पू की तबियत एकाएक खराब होने के बाद उसे दरभंगा के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. एके गुप्ता से दिखाया गया था।
मधुबनी। डेंगू ने अनुमंडल क्षेत्र में भी अपना पांव फैलाना प्रारंभ कर दिया है। झंझारपुर नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नंबर छह के निवासी अरुण कुमार अग्रवाल उर्फ पप्पू अग्रवाल को डेंगू रोग का शिकार होना पड़ा है। पप्पू अग्रवाल के भाई शंभु प्रसाद अग्रवाल ने जानकारी दी की पप्पू की तबियत एकाएक खराब होने के बाद उसे दरभंगा के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. एके गुप्ता से दिखाया गया था। जांच के बाद उसके शरीर में प्लेटलेट 149000 यूएल काउंट किया गया है। प्लेटलेट काउंट ही डेंगू का लक्षण बता रहा है। डेंगू का लक्षण पाए जाने के कारण उसे इलाज के लिए शनिवार को दिल्ली भेजा गया है।
इधर स्वास्थ्य विभाग की माने तो अभी तक इस अनुमंडल क्षेत्र में डेंगू के लक्षण का एक भी रोगी की पहचान नहीं की गई है। चुंकि पप्पू का इलाज और जांच निजी अस्पताल में किया गया था। इसलिए सरकारी विभाग को इस क्षेत्र में डेंगू की दस्तक की जानकारी नहीं है। इस संबंध में सीएस डॉ. मिथिलेश झा का कहना था कि अभी तक झंझारपुर में डेंगू का लक्षण पाए जाने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को नहीं है। वहीं प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मुकेश कुमार का कहना था कि सरकारी अस्पताल में इलाज कराने के बाद ही क्षेत्र में किसी बीमारी फैलने की जानकारी मिलती है। डेंगू से सावधानी के लिए उनका कहना था कि लोग अपने घर को स्वच्छ रखने के साथ ही आसपास में रखे गमलों आदि पानी को बदलते रहें। पीने के स्वच्छ पानी को भी उबाल कर उपयोग में लाएं। उन्होंने पूछने पर बताया कि क्षेत्र में कालाजार की रोकथाम के लिए डीडीटी की छिड़काव किया गया है। किन्तु अभी तक डेंगू का लक्षण नहीं मिलने के कारण उसके बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा किसी प्रकार प्रयास नहीं किया गया है। हालांकि इससे बचाव के लिए आशा एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा लोगों को जागरुक करने का कार्य किया जा रहा है।