शिक्षक से बड़ा कोई पद नहीं होता
स्थानीय रीजनल सेकेन्ड्री स्कूल के सभागार मे शिक्षक दिवस समारोह का दीप प्रज्वलित कर निदेशक राम श्रृंगार पांडेय, प्राचार्य मनोज कुमार झा, प्रत्युष परिमल, राजीव कुमार ने संयुक्त रूप से शुभारंभ किया।
जासं,मधुबनी : स्थानीय रीजनल सेकेन्ड्री स्कूल के सभागार मे शिक्षक दिवस समारोह का दीप प्रज्वलित कर निदेशक राम श्रृंगार पांडेय, प्राचार्य मनोज कुमार झा, प्रत्युष परिमल, राजीव कुमार ने संयुक्त रूप से शुभारंभ किया। समारोह को संबोधित करते हुए निदेशक राम श्रृंगार पांडेय ने कहा कि पूर्व से ही गुरु एवं शिष्य कि परंपरा रही है। लेकिन, इस बीच गुरु एवं शिष्य परंपरा मे एक खाई आती जा रही है। जो ¨चता का विषय है एवं इसके प्रति सचेत रहने की जरूरत है। यदि यह नहीं रही तो सामाजिक क्षेत्र मे शिक्षा का विकास अवरुद्ध हो जायेगा। इसलिए इस परंपरा को कायम रखने की जवाबदेही छात्र एवं शिक्षक दोनों कि बनती है। उन्होंने कहा कि शिक्षक मानव अभियंता है। शिक्षक से बढ़कर कोई पद नही है। आज यह दिन राष्ट्रपति होने के नाते नहीं बल्कि शिक्षक होने के कारण शिक्षक दिवस के रूप मनाया जाता है। वही विद्यालय के प्राचार्य मनोज कुमार झा ने कहा कि शिक्षक को ही अपनी जवाबदेही समझना होगा तभी पूर्व की गुरू शिष्य की परंपरा कायम रह सकती है। आज के आधुनिक युग मे भी शिक्षक अपने कर्तव्य पर खड़े उतरने की कोशिश करते है। तभी तो उन्हे सम्मानित किया जा रहा है । आज कितने भी बड़े पदों पर लोग काबिज होते है उनमें शिक्षक की भूमिका अहम होती है। शिक्षा के दिशा-निर्देशन पर ही शिष्य आगे बढ़ते है। वही संतोष कुमार मिश्र चून्नू ने कहा कि यदि आज शिक्षक नही होते तो हम शिक्षित नही होते। इसलिए शिक्षक को भगवान के स्वरूप मे सम्मान करना चाहिए। ताकि हम एक शिक्षित नागरिक बन सके। समारोह को शैक्षणिक समन्वयक प्रत्युष परिमल ने कहा कि शिक्षक को भी अपने कर्तव्य का निर्वहन करना चाहिए, तभी उनकी मर्यादा कायम रहेगी। वही प्रशासनिक समन्वयक राजीव कुमार ने कहा कि शिक्षक की जवाबदेही बहुत बड़ा है। इसलिए उन्हें अपनी जवाबदेही का निर्वाहन करके ही समाजिक सम्मान प्राप्त कर सकते है। समारोह को पवन तिवारी, हनुमान झा आदि ने भी संबोधित किया। वही सांस्कृतिक कार्यक्रम मे शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार पांडेय ने स्वरचित गीत गाया। वही शिक्षक शैलेंद्र कुमार ने भी गीत गाया। वही छात्र सुभाष कुमार, विकास कुमार, अभिषेक कुमार, रघुनंदन कुमार, ऋषभ कुमार आदि छात्रों ने शिक्षकों को सम्मानित किया।