गरीबों के सच्चे हितैषी व समाज सुधारक थे कर्पूरी ठाकुर
मधुबनी। अंबेडकर-कर्पूरी सामाजिक संस्थान के तत्वावधान में महान समाज सुधारक समाजवादी मानवतावाद
मधुबनी। अंबेडकर-कर्पूरी सामाजिक संस्थान के तत्वावधान में महान समाज सुधारक समाजवादी, मानवतावादी चितक, स्वतंत्रता सेनानी, पूर्व मुख्यमंत्री, जननायक कर्पूरी ठाकुर के 97वें जन्म दिवस के अवसर पर नफरत व हिसा के खिलाफ मानवीय एकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया। अध्यक्षता रामाशीष मंडल व संचालन प्रहलाद पासवान ने किया। कार्यक्रम की शुरूआत जननायक कर्पूरी ठाकुर के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजली अर्पित कर की गई। इस अवसर पर संस्थापक अध्यक्ष रामवरण राम ने कहा कि मानवीय एकता के विचार फैलाने के लिए ऊंच, नीच, धर्म, वर्ण, भेद भाव को समाप्त कर मानवीय मूल्यों की रक्षा व सामाजिक एकता जरूरी है। कहा कि जनता की आवाज को दबाया जा रहा है। मानवाधिकारों का हनन हो रहा है। ऐसी परिस्थिति में कर्पूरी ठाकुर ने कहा कि एक न एक दिन संसद के विशेषाधिकार को जनता चुनौती देगी। राजद के पूर्व अध्यक्ष रामश्रेष्ठ दिवाना ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर मैट्रिक तक शिक्षा नि:शुल्क व्यवस्था के कारण गरीबों छात्रों को आगे बढ़ाने का मौका मिला। श्री ठाकुर का सपना था कि भूमि संबंधित समस्याओं का निदान व भूमि का समुचित बंटवारा हो। सामाजिक आतंकवाद से लड़ने के लिए गरीबों को बंदूक देने की बाते कहीं थी। इस अवसर पर माकपा नेता पवन भारती, बसपा नेता नागेंद्र यादव ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार एससी-एसएटी लोगों के लिए सामाजिक न्याय, नीतियों, नियमों व कार्यक्रमों को निष्क्रिय करना, संविधान की प्रस्तावना सामाजिक न्याय के खिलाफ है। इस अवसर पर गंगा प्रसाद यादव, नागेंद्र प्रसाद यादव, पवन भारती, विष्णुदेव यादव, गंगा यादव, विजय पासवान, प्रीतम यादव, रामदेव राम, रामचंद्र महतो, रामविलास राम, रामलोचन राम, लालू मेहता, राजेंद्र कामत, अधिवक्ता महेद्र नारायण राय, अधिवक्ता रामवरण यादव, उपेंद्र पासवान, रामविनय प्रधान सहित अन्य लोगों ने विचार प्रकट किया।