पिटाई के बाद दहशत में मेघालय के छात्र
मधुबनी। रांटी स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में पिटाई के बाद मेघालय के छात्र दहशत में हैं। उन्हें मारपीट का भय सता रहा है।
मधुबनी। रांटी स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में पिटाई के बाद मेघालय के छात्र दहशत में हैं। उन्हें मारपीट का भय सता रहा है। हालांकि, घटना के सामने आने के बाद गुरुवार को पदाधिकारियों की टीम ने विद्यालय का जायजा लिया। पदाधिकारियों ने विद्यालय में शांति स्थापित करने की पहल की है। आगे से इस तरह की घटना नहीं हो इसके लिए सभी छात्रों को हिदायत दी गई है। डीएम के निर्देश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी नसीम अहमद, सदर एसडीओ सुनील कुमार सिंह, एसडीपीओ कामिनी बाला ने छात्रों की स्थिति जानी। जांच दल में शामिल पदाधिकारियों ने मेघालय के जख्मी पांचों छात्रों, शिक्षकों व अन्य संबंधितों से अलग-अलग बात की। प्राचार्य टीपी सिंह ने बताया कि जांच दल द्वारा दिए गए निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। विद्यालय में हर हाल में अनुशासन का माहौल बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है। वे भी मामले की जांच कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट डीएम सह अध्यक्ष नवोदय विद्यालय प्रबंधन समिति को सिपुर्द करेंगे। मालूम हो कि जवाहर नवोदय विद्यालय की आव्रजन (माइग्रेशन) नीति के तहत मेघालय के छात्र यहां तथा मधुबनी के छात्र मेघालय स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में 9वीं कक्षा में पढ़ रहे हैं। मंगलवार देर रात दसवीं व 11वीं के छात्रों ने मेघालय के कई छात्रों की जमकर पिटाई की थी। इसमें पांच छात्र को गंभीर चोट आई थी। सभी का इलाज सदर अस्पताल में कराया गया था। बताया जाता है कि मेघालय के एक छात्र का जूता दसवीं के एक छात्र ने ले लिया था। मांगने पर छात्र की पिटाई शुरू कर दी गई। उसे बचाने आए मेघालय के अन्य छात्रों को भी पीटा गया। नवोदय विद्यालय में होगा अनुशासित वातावरण का निर्माण
मेघालय के छात्रों को पीटकर जख्मी किए जाने के मामले का जायजा लेने के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय समिति पटना के सहायक आयुक्त डॉ. बीके सिन्हा गुरुवार को यहां पहुंचे। प्राचार्य टीपी सिंह से उक्त मामले से संबंधित जानकारी प्राप्त की। वे डिप्टी कमिश्नर डॉ. डीएस कुमार के निर्देश पर यहां आए थे। सहायक आयुक्त ने प्राचार्य, उप प्राचार्य डॉ. पी मिश्रा समेत सभी शिक्षकों व अन्य मातहतों के साथ बैठक की। साथ ही कई निर्देश दिए। डॉ. बीके सिन्हा ने बताया कि सभी शिक्षकों व कर्मचारियों को रूटीन का पालन हर हाल में किए जाने का निर्देश दिया गया है। कहा कि विद्यालय परिसर में अनुशासित वातावरण के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। छात्र-छात्राओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।