नपं प्रशासन के सहयोग से ऐतिहासिक महारानी तालाब सहित अन्य तालाब चकाचक
मधुबनी। झंझारपुर नगर पंचायत क्षेत्र के सभी चिन्हित छठ घाटों का सफाई कार्य सहित अन्य व्यवस्था को अंजाम दिया जा रहा है। यहां के 30 चिन्हित छठ घाटों में प्रसिद्ध प्राचीन महारानी तालाब सहित ड्योढ़ी मां दाई हीरालाल भंडारी एवं अन्य तालाबों में सफाई अभियान युद्ध स्तर पर चला कर पूरा कर ली गई है।
मधुबनी। झंझारपुर नगर पंचायत क्षेत्र के सभी चिन्हित छठ घाटों का सफाई कार्य सहित अन्य व्यवस्था को अंजाम दिया जा रहा है। यहां के 30 चिन्हित छठ घाटों में प्रसिद्ध प्राचीन महारानी तालाब सहित ड्योढ़ी, मां, दाई, हीरालाल, भंडारी एवं अन्य तालाबों में सफाई अभियान युद्ध स्तर पर चला कर पूरा कर ली गई है। सफाई कार्य कर घाटों को चकाचक किया गया है। साथ ही यहां के अन्य घाटों की सफाई कार्य भी युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। नपं के कार्यपालक पदाधिकारी अमित कुमार ने छठ घाटों की व्यवस्था के बारे में पूछे जाने पर बताया कि घाटों की सफाई एवं पहुंच पथ को दुरूस्त करने एवं घाट पर कपड़ा बदलने के लिए पर्दानुमा केबीन बनाने की जिम्मेदारी नपं प्रशासन की है। किसी भी घाट पर प्रकाश की व्यवस्था नपं प्रशासन द्वारा कभी भी नहीं किया जाता। लाइट की व्यवस्था पूजा कमेटी एवं ग्रामीणों द्वारा ही किया जाता है। लोक आस्था का प्रसिद्ध पर्व छठ की तैयारी को लेकर आम लोगों में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है। सभी छठ घाटों पर स्थानीय लोगों के सहयोग से लाइट एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।
इधर अन्य वर्षों की भांति ही इस वर्ष भी कमला नदी के परतापुर घाट पर ग्रामीणों के सहयोग से नदी पार करने के लिए चचरी पुल का निर्माण किया गया है। मालूम हो कि इस नदी घाट पर नदी पार कर दूसरी ओर छठ पूजा के लिए घाट का निर्माण किया जाता है। जिसके कारण प्रत्येक वर्ष छठ पर्व से पूर्व परतापुर घाट पर चचरी पुल का निर्माण किया जाता है। यहां के कमला पूजा समिति के अध्यक्ष रामचंद्र मुखिया ने बताया कि ग्रामीणों के सहयोग से चचरी पुल का निर्माण किया गया है। इस पर एक लाख 20 हजार का लागत का अनुमान है। पूजा कमेटी के सचिव रतन यादव, कोषाध्यक्ष विश्वनाथ मंडल, सदस्यों में सुमन पासवान, ललन मंडल, रामदेव मुखिया, बीरू मुखिया आदि इस नदी घाट को व्यवस्थित करने में लगे हुए थे। नपं के मुख्य पार्षद वीरेंद्र नारायण भंडारी ने जानकारी दी की नपं क्षेत्र के सभी चिन्हित छठ घाटों को सफाई कर व्यवस्थित करने का कार्य अंतिम चरण में है। छठ पर्व शुरू होने से पूर्व ही सभी घाटों को व्यवस्थित कर चकाचक कर दिया जाएगा।