बदहाल महरैल-सिसौनी सड़क से यात्रा हुआ मुश्किल
झंझारपुर अनुमंडल क्षेत्र का एक ऐसा बहुपयोगी सड़क जो 1984 से लेकर आज तक बदहाल व जर्जर ही है।
मधुबनी। झंझारपुर अनुमंडल क्षेत्र का एक ऐसा बहुपयोगी सड़क जो 1984 से लेकर आज तक बदहाल व जर्जर ही है। इस सड़क को बहुपयोगी सड़क इसलिए कहा जाता है क्योंकि झंझारपुर-अंधराठाढ़ी भाया महरैल पथ में महरैल दुर्गास्थान के सामने से सिसौनी गांव होते हुए चनौरागंज चौक के पास मुख्य सड़क से जुड़ाव होता है। यह प्रमुख सड़क अनुमंडल क्षेत्र के झंझारपुर एवं राजनगर विधान सभा क्षेत्र के कई ग्रामीण इलाकों को जोड़ता है। बावजूद दो दशक से बदहाली का दंश झेल रहा है। हालांकि 2015 में इस 3.30 किलोमीटर लंबी सड़क के महरैल छोर से लेकर सिसौनी मुशहरी टोला तक तकरीबन 0.675 किलोमीटर में सड़क का निर्माण किया गया था। वह भी धीरे-धीरे उखड़ने लगा है। जबतक इस संपूर्ण सड़क का निर्माण नहीं किया जाता। सड़क का उपयोग यातायात के लिए संभव नहीं हो सकता। स्थानीय लोगों की माने तो इस सड़क के निर्माण के प्रति न तो यहां के जनप्रतिनिधि कभी गंभीर दिखाई दिए और न ही संबंधित विभाग। बीते दो दशक से इस सड़क के निर्माण को लेकर विभिन्न स्तरों पर गुहार लगाने के बावजूद सड़क का निर्माण नहीं होने से सिसौनी के आक्रोशित ग्रामीणों ने आसन्न लोक सभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का भी मूड बनाने लगे हैं। कहते हैं ग्रामीण:
स्थानीय लोगों में कर्णपुर पंचायत के पूर्व मुखिया सह ग्रामीण भारत शर्मा, अविनाश कुमार ठाकुर, वरुण कुमार ठाकुर, कुंदन तिवारी, अंजनी ठाकुर, महेश्वर पांडे, कन्हैया कुमार, कौशल किशोर ठाकुर, ललित शर्मा आदि बताते हैं कि किसी ने इस सड़क की अब तक सुधि नहीं ली है। सभी ने इस सड़क के निर्माण में अपनी भागीदारी एवं जिम्मेदारी मात्र आश्वासन देने तक ही सीमित रखा है। आखिर यहां के लोग कब तक आश्वासनों से झुठलाते रहेंगे। इसलिए आने वाले लोक सभा चुनाव का बहिष्कार कर प्रत्याशियों को इस गांव से बाहर का रास्ता दिखाना ही एक मात्र रास्ता रह गया है।