कोरोना को लेकर नेपाल में भी लॉकडाउन, पसरा सन्नाटा
मधुबनी। कोरोना वायरस से बचाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत में 21 दिनों तक लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही नेपाल में भी यह आदेश जारी किया गया है।
मधुबनी। कोरोना वायरस से बचाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत में 21 दिनों तक लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही नेपाल में भी यह आदेश जारी किया गया है। नेपाल के सभी 77 जिलों में लॉकडाउन कर दिया गया है। नेपाल में भी दवा की दुकानें व किराना दुकान समेत जरूरी दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें व बाजार बंद कर दी गई है। यहां तक कि नेपाल में शराब की दुकानें भी बंद कर दी गई है। इस दौरान नेपाल के जनकपुर शहर में लॉकडाउन के बाद सन्नता पसरा हुआ है। लोग अपने अपने घरों में ही रह रहे हैं।
गौरतलब है कि भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी द्वारा पहले से ही बॉर्डर सील कर दिया गया है। अब नेपाल सुरक्षा बलों द्वारा भी बॉर्डर पर नेपाल सीमा को पूर्णतया सील कर दिया गया है। बॉर्डर के सभी रास्तों पर आवागमन के मार्गों को बंद कर दिया गया है। इन रास्तों से अब न तो कोई भारत से नेपाल जा सकते हैं और न ही कोई नेपाल से भारत आ सकते हैं। नेपाल सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से वायरस संक्रमण की रोकथाम की दिशा में व्यापक प्रभाव पड़ेगा। राज्य में शराबबंदी के बाद हर रोज हजारों की संख्या में लोग नेपाल शराब पीने चले जाया करते थे। अब सीमा सील होने के बाद किसी को भी नेपाल जाने की अनुमति नहीं है। सभी बॉर्डर पर एसएसबी और नेपाल के आर्म्स पुलिस फोर्स के जवान तैनात किए गए हैं। चूंकि नेपाल देश चीन की सीमा से सटा हुआ है। नेपाल चीन की सीमाएं भारत-नेपाल सीमा की ही तरह खुली है। यहां से वायरस फैलने का बड़ा खतरा है। इस खतरे को देखने हुए नेपाल सरकार ने खुद पहल करते हुए भारतीय सीमा और चीन सीमा को भी सील कर दिया है।