साहित्य मानव को सिखाती जीने की कला
मधुबनी। साहित्य अकादमी नई दिल्ली एवं संकुल संसाधन केंद्र नागदह के संयुक्त तत्वावधान में प्राथमिक विद
मधुबनी। साहित्य अकादमी नई दिल्ली एवं संकुल संसाधन केंद्र नागदह के संयुक्त तत्वावधान में प्राथमिक विद्यालय लोहना टोल कपसिया में आयोजित ग्रामलोक मैथिली कविता पाठ कार्यक्रम का उद्घाटन मधुबनी के जिला शिक्षा पदाधिकारी श्रीराम कुमार, कवि उदयचंद्र झा विनोद, पैक्स अध्यक्ष राजीव कुमार झा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर डीईओ श्रीराम कुमार ने कहा कि साहित्य महत्वपूर्ण भाषा है। कला व कविता के बिना मानव जीवन अधूरा है। समाज को शिक्षा समिति के साथ विद्यालय के पढ़ाई व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करना चाहिए। इस अवसर पर मिथिला के विद्वान व सुप्रसिद्ध कवि उदयचन्द्र झा विनोद ने कहा कि साहित्य मनुष्य को जीवन जीने की कला सिखाती है। जबकि, समाज अपने साहित्य गतिविधि से विकास की ओर तेजी से बढ़ सकता है। बाल्मिीकी ने रामायण के माध्यम से राम का निर्माण किया साथ ही व्यास ने कृष्ण का। साहित्य भाषा मधुर भाषा है। जबकि, कविता से आनंद व शांति मिलती है। मिथिला विद्वान व कवि एवं विभूतियों से भरा हुआ है। मैथिली कविता पाठ से समाज में शांति व भाईचारा का संदेश जाता है। कविता युग निर्माता व मानव सृष्टिकर्ता है। साहित्य व कविता के माध्यम से समाज को स्वस्थ्य व स्वच्छ बनाया जा सकता है। इस अवसर पर पैक्स अध्यक्ष राजीव कुमार झा, मुखिया अब्दुल मालिक, सरपंच राजदेव यादव, बीईओ मीना कुमारी, कॉर्डिनेटर सुभाष झा, हरिनारायण, अक्षय आनंद सन्नी, दीपनारायण मंडल, राकेश कुमार मुखिया, जागे मुखिया, कवि वंशिधर मिश्र, अवधेश झा, मनोज कामत, पुतूल मिश्रा, अंजली कुमारी, कमलाकांत झा चुन्नू, दीप नारायण विद्यार्थी, ऋषि वशिष्ट, अखिलेश कुमार झा सहित कई लोगों ने विचार प्रकट किए। इस अवसर पर आगत अतिथि को पाग दोपटा से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्षता उदयचंद्र झा विनोद ने की।