हल्की वर्षा से अंडरपास में भरा पानी, बढ़ी परेशानी
झंझारपुर रेलवे स्टेशन बाजार के निवासी दो महीना बाद एक बार फिर नारकीय जीवन जीने को विवश हो गए हैं। कैथिनियां-पथराही अंडरपास से स्टेट बैंक वाली सड़क पर पुन जलजमाव से यह स्थिति बनी है।
मधुबनी । झंझारपुर रेलवे स्टेशन बाजार के निवासी दो महीना बाद एक बार फिर नारकीय जीवन जीने को विवश हो गए हैं। कैथिनियां-पथराही अंडरपास से स्टेट बैंक वाली सड़क पर पुन: जलजमाव से यह स्थिति बनी है। अंडरपास में तो पानी का जमाव कोई नई बात नहीं है। शुक्रवार दोपहर से हो रही बूंदाबांदी ने आग में घी का काम किया है। झंझारपुर की सभी सड़कें कीचड़मय और फिसलन से भरी हुई है। स्टेट बैंक वाली सड़क पर करीब दो फीट पानी 50 फीट की लंबाई में जमा है। पानी निकालने के सभी वैकल्पिक स्त्रोत यहां बंद पड़े हुए हैं। बात चालू वर्ष के बरसात की है। तत्कालीन एसडीएम अंशुल अग्रवाल ने बेहट दक्षिणी पंचायत प्रशासन को यहां हाई पावर पंप लगाकर पानी निकालने की व्यवस्था का आदेश दिया था। लगभग दस लाख की लागत से पंचायत प्रशासन ने इस काम को अंजाम तक भी पहुंचाया। रेलवे लाइन के बगल होकर पाइप भी बिछाया गया और यहां से पानी की निकासी हो रही थी। मशीन अभी भी लगी हुई है। मगर, पाइप यत्र तत्र खोल दिए गए। अब पाइप ही नहीं बिछा है तो स्वभाविक तौर पर पानी का निकासी संभव नहीं हो पा रहा है। पंचायत की राशि से खरीदी गई दस लाख की मशीन व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रही है। पंचायत प्रशासन की भी इसमें अब कोई रूचि नहीं है। प्रखंड प्रशासन एवं अनुमंडल प्रशासन भी इसमें स्वाभाविक रूचि नहीं दिखा रहा है। यही स्थिति अंडरपास वाले जलजमाव का भी है। यहां कुछ माह से बेहट दक्षिणी पंचायत के पंचायत समिति सदस्य जीवछ कामत एवं उनके पिता लूटन कामत अपने मजदूरों से पानी का निकास करवा रहे थे। प्रखंड प्रशासन ने उनकी कोई सुध नहीं ली। मजदूरों पर आने वाले खर्च या काम कैसे हो रहा है, इसमें भी कोई रूचि नहीं दिखाई। फलस्वरूप पंसस एवं उनके पिता ने भी रूचि दिखानी बंद कर दी।