जयनगर में भी खतरे के निशान पर पहुंची कमला, वृद्धि लगातार जारी
मधुबनी। कमला नदी के जलग्रहण वाले इलाकों एवं नेपाल के तराई इलाकों में विगत तीन दिनों से लगाता
मधुबनी। कमला नदी के जलग्रहण वाले इलाकों एवं नेपाल के तराई इलाकों में विगत तीन दिनों से लगातार वर्षा होने के कारण सीमावर्ती इलाकों में जन जीवन अस्त व्यस्त होने लगा है। कमला नदी उफान पर है। विगत तीन दिनों से नदी के जलस्तर में निरंतर हो रही वृद्धि को देखकर लोग संभावित बाढ़ के खतरे से भयभीत होने लगे है। शनिवार को नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया। शुक्रवार को नदी का जलस्तर वार्निग लेवल तक ही था शुक्रवार की रात और शनिवार को लगातार बारिश के बाद नदी का जलस्तर उपर की ओर है। प्रशासनिक महकमा अलर्ट: कमला नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए स्थानीय प्रशासन अलर्ट मोड में है। अपर एसडीओ गोविद कुमार, सीओ संतोष कुमार, जयनगर अपर थाना प्रभारी एस एन सारंग, जल संसाधन विभाग के अभियंता समेत अन्य अधिकारी कमला पुल समेत बांधो का जायजा लिया। कमला पुल के समीप पर्णकुटी मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते को बांस बल्ले से सील कर लोगो को नदी किनारे नहीं जाने की सलाह दी जा रही है। 27सदस्यीय एनडीआरएफ की टीम चार मोटरबोट की सहायता से किसी भी विषम स्थिति से निबटने को तैयार है। डोरवार पंचायत के ब्रह्मोत्रा गांव में सड़कों पर कमला नदी का पानी फैल गया है। कमला नदी के गोद में बसे खैरा मठ, ब्रह्मोत्रा गांव में नदी का पानी पहुंचने का भय लोगो को सताने लगा है, साथ ही सड़क पर नदी का पानी फैल जाने से आवागमन भी अवरुद्ध होने की संभावना है। सीओ संतोष कुमार ने बताया कि दोनों गांव में नदी का पानी सड़कों पर फैल जाने की स्थिति से निबटने के लिए दो नाव की व्यवस्था कर दी गई है।इधर जयनगर के इस्लामपुर मोहल्ले के निचले इलाकों में रह रहे लोगो में भी नदी का जलस्तर बढ़ने से भय का माहौल है।