जनकपुरधाम में विवाहपंचमी की धूम, उमड़े श्रद्धालु
मिथिला व अयोध्या को जोड़ने वाली विवाह पंचमी काफी धुमधाम से मनाया जा रहा है।
मधुबनी। मिथिला व अयोध्या को जोड़ने वाली विवाह पंचमी काफी धुमधाम से मनाया जा रहा है। बुधवार के दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम व माता सीता का विवाह मिथिला परंपरा के अनुसार किया गया। इस अवसर पर पूरे जनकपुर को दुल्हन की तरह सजाया गया। हर तरफ विवाह गीतों की धुन सुनाई दे रही थी। जनकपुर वासी सात दिवसीय विवाहोत्सव कार्यक्रम के दौरान हर सुबह व शाम जानकी मंदिर परिसर में पहुंच विवाह
कार्यक्रम का आनंद उठा रहे है। भारत के अलावा अन्य प्रांत के पर्यटक भी जनकपुर पहुंच रहे है। आज 13 दिसंबर को कलेवा अर्थात अयोध्या से आएं बारातियों की विदाई समारोह आयोजित किए जाएंगे। बताते चले कि मिथिला के राजा जनक की पुत्री माता सीता के स्वंयवर के लिए रखा शिव धनुष को अयोध्या के राजा दशरथ के जेष्ठपुत्र मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने दो टुकड़ी किया था। जिसके बाद अगहन शुक्ल पंचमी के दिन जनकपुरधाम में श्रीराम व माता जानकी का विवाह हुआ था। जो पैराणिक मान्यता के साथ धार्मिक ग्रंथ रामायण में उल्लेख किया गया है। जानकी मंदिर के महंथ रामतपेश्वर दास ने बताया कि मिथिला के परंपरा अनुसार श्रीराम सीता का विवाह महोत्सव इस वर्ष कुछ अलग अंदाज में नए जोश के साथ मिथिला व जनकपुरवासी मना रहे है। मौके पर जिलाधिकारी कंडेल, एसपी गो¨वद थापलिया, महावीर युवा कमिटी के अध्यक्ष रौशन शेखर जायसवाल, रवि शर्मा व राकेश विक्रम समेत अन्य लोग मौजूद थे। विवाह गीतों का आनंद उठाते रहे श्रद्धालु विवाहोत्सव के दौरान एक तरफ जहां जानकी मंदिर परिसर में पूरे मिथिला परंपरा के अनुसार भगवान श्रीराम व माता सीता का विवाह की रश्में चल रही थी। वहीं जानकी मंदिर परिसर में बाहर से आएं श्रद्धालु विवाह गीतों का आनंद उठाते रहे। महिलाएं पूरी रात नाचकर विवाह का आनंद उठाया। यह अद्भुत विवाह का नजारा शायद ही कहीं मिल पाता है।