बेवजह लाया गया कॉमन सिविल कोड
मधुबन । तीन तलाक अल्लाह का बनाया कानून है जिसे कोई सरकार या इंसान नहीं बदल सकता। कुराने पाक में कही बातें अल्लाह का आदेश है।
मधुबन । तीन तलाक अल्लाह का बनाया कानून है जिसे कोई सरकार या इंसान नहीं बदल सकता। कुराने पाक में कही बातें अल्लाह का आदेश है। इस्लामी शरियत में किसी भी प्रकार की दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। केंद्र सरकार अनावश्यक रूप से तीन तलाक का मुद्दा उठाकर इस्लामी शरियत के साथ खिलवाड़ कर रही है। उक्त बातें काजी हब्बिबुल्लाह ने कही। वे मदरसा तहजीबुल मकतब अंधरा बाजार के प्रांगन में बुधवार को आयोजित मुसलमानों के धार्मिक जलसा इशलादे मुआशरा एवं तक्बुज शरियत कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा केंद्र सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए इस तरह के सगूफे छोड़ रही है। कामन सिविल कोड के खिलाफ मुसलमानों में भारी आक्रोश है। इस जलसे में दारुल कला मधुबनी के काजी जनाब मो. हबिबुल्लाह, काजी मो रिजवान, मो. अजीमुर्रब, मौलाना मुफ्ती रुसल्लाह, तोआब अंसारी, कमरुजमा तैयब रजा सहित मुस्लिम समाज के कई गणमान्य लोग शामिल हुए। वक्ताओं ने एक सुर से तीन तलाक और सम्मान नागरिक संहिता द्वारा मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। वक्ताओं ने दो टूक कहा की देश में मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड और शरियत में राजनीतिक दखलंदाजी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस जलसे में प्रखंड के हजारों मुसलमान पुरुष और महिला शामिल हुई। सभा स्थल पर तील रखने की भी जगह नहीं थी। हाल फिलहाल इस तरह का जलसा कहीं देखने में नहीं आया था। छोटे-छोटे बच्चे, महिलाएं युवक से लेकर बुजुर्ग तक इस जलसे में शामिल होने के लिए दूर-दूर से आए थे। आयोजक मो. अमानुल्लाह नदवी, मो. मोइनुल्लाह, नोमानी मो. ईशा, मो. मुमता•ा आलम, मो. निजामुद्दीन, गुलाम हैदर, डॉ. मो. तारिक अनवर, अब्दुल मोजिब. हाफिज गुलाम. सरबर मो. सकील हाजी, मो. जियुर्रह्मान सहित दर्जनों युवा विधि व्यवस्था में पूरे जोशो खरोश से जुटे थे।