व्यवसायी गोली कांड में अभी तक पुलिस के हाथ मास्टरमांइड तक नहीं पहुंचे
फुलपरास अनुमंडल के घोघरडीहा थानान्तर्गत तिलाठ दाहापट्टी में दो व्यवसायी पर गोलीबारी मामले में घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी घोघरडीहा पुलिस को कोई खास सफलता नहीं मिली है।
मधुबनी। फुलपरास अनुमंडल के घोघरडीहा थानान्तर्गत तिलाठ दाहापट्टी में दो व्यवसायी पर गोलीबारी मामले में घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी घोघरडीहा पुलिस को कोई खास सफलता नहीं मिली है। घोघरडीहा थानाध्यक्ष कुछ दिन तक जिला के एसआइटी में भी काम कर चुके हैं इसलिए लोगों की उनसे ज्यादा अपेक्षाएं हैं। लेकिन उन अपेक्षाओं पर तिलाठ दाहापट्टी मामले में वे खरा नहीं उतर रहे। इस घटना की सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस मामले में पुलिस यह स्पष्ट रूप से जानती है कि तिलाठ दाहापट्टी में दो व्यवसायी यथा उमेश प्रसाद साह एवं रमेश प्रसाद साह पर गोलीबारी करने जो तीन अपराधी आए थे वह कौन है। एक अपराधी लौकही थाना के नरहिया गोठ निवासी पप्पू यादव की भीड़ द्वारा पीट कर हत्या कर दी गई थी और पुलिस ने दो अपराधियों की पहचान किए जाने का दावा किया था और अविलंब उछ्वेदन का भी दावा किया था। पुलिस द्वारा लगातार छापामारी की गई लेकिन अभी तक कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेने के अलावा पुलिस कुछ नहीं कर पाई है। पुलिस की इस असफलता की यहां चर्चा है और लोग अंदर ही अंदर उद्वेलित भी हैं। आखिर पप्पू यादव के साथ आए दो अपराधी कौन हैं उसका खुलासा भी पुलिस खुलकर नहीं कर रही है। पुलिसिया सूत्र की मानें तो दोनों अपराधी में एक नरहिया गोठ का ही है जबकि दूसरा अपराधी लौकही थाना क्षेत्र का ही है। पुलिसिया सूत्र की मानें तो तीनों अपराधी नवसिखुआ थे। मृतक पप्पू यादव के बाबत किसी थाना में कोई प्राथमिकी दर्ज होने के भी प्रमाण पुलिस को नहीं मिला है। सांसद ने किया भेंट: सांसद बीरेन्द्र कुमार चौधरी रविवार को तिलाठ दाहापट्टी पहुंचे। वे पीड़ित व्यवसायी के परिजन से मिले। पटना से इलाज कराकर लौटे हार्डवेयर व्यवसायी रमेश प्रसाद साह ने सांसद को कहा कि वे लोग कभी किसी का कुछ नहीं बिगाड़े। अब यहां डर लगता है। रमेश ने कहा कि उनके चाचा उमेश प्रसाद साह पीएमसीएच में हैं, उनका ऑपरेशन सोमवार या मंगलवार को होगा। सांसद ने तुरत पीएमसीएच के अधिकारी से बात की और हर संभव सहायता देने को कहा। सांसद ने एसपी दीपक वर्णवाल से बात की। सांसद ने कहा कि घोघरडीहा एवं खोपा के बीच एक पुलिस कैंप बनाईए। यह लंबा क्षेत्र है और अपराधी इस इलाके को बराबर निशाना बनाते हैं। सांसद ने बताया कि एसपी ने कहा कि वे सात दिनों के अंदर अपराधी को दबोच लेंगे। उठा सवाल: एसपी के बयान के बाद अब सात दिन तक अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए प्रतीक्षा करनी होगी। यह बड़ा सवाल है। घटना के अगले दिन पुलिस दावा करते नहीं थकती थी कि बहुत जल्द अपराधी गिरफ्तार किए जाएंगे लेकिन अब जब जिला पुलिस कप्तान ही सांसद से सात दिन में गिरफ्तारी सुनिश्चित करने की बात कर रहे हैं तो कनीय पदाधिकारी क्या कहेंगे ।