विस्थापितों को आशियाने का संकट
जयनगर प्रखंड के डोरवार में कमला नदी के तेज धारा से हो रहे कटाव के कारण विस्थापित 70 परिवारों के बीच आशियाने का जुगाड़ करना मुश्किल हो रहा है।
मधुबनी। जयनगर प्रखंड के डोरवार में कमला नदी के तेज धारा से हो रहे कटाव के कारण विस्थापित 70 परिवारों के बीच आशियाने का जुगाड़ करना मुश्किल हो रहा है। विस्थापित परिवारों ने किसी तरह सामुदायिक भवन समेत अन्य के दरवाजे पर शरण ले रखी है। सामुदायिक भवन के भी कटाव की चपेट में आ जाने से पीड़ित परिवारों के समक्ष रहने की समस्या आ खड़ी हुई है। अंचल प्रशासन द्वारा तत्काल विस्थापित परिवारों को बांध किनारे अपना घर बना कर रहने की अनुमति प्रदान की गई। लेकिन जिन किसानों का खेत बांध किनारे है वे अपने सामने बांध किनारे विस्थापितों को घर नहीं बनाने दे रहे हैं। इससे विस्थापित परिवारों के समक्ष समस्या आ खड़ी हुई है। समाजसेवी बिहारी यादव ने अंचल प्रशासन से इस दिशा में सार्थक पहल का अनुरोध किया है। अंचलाधिकारी विजयेन्द्र कुमार ने इस बाबत पूछे जाने पर बताया कि सभी विस्थापितों के रहने की समुचित व्यवस्था की जाएगी। रोज हो रही बारिश बगल से विकराल रूप में गुजर रही कमला नदी की तेज धारा एवं उस पर 70 परिवारों के समक्ष अपने परिवार को दो वक्त की रोटी एवं एक छत का जुगाड़ करना कितना मुश्किल भरा होगा इसका अंदाजा शायद अंचल प्रशासन को नहीं हो रहा है। विस्थापित परिवारों का एक-एक दिन समय गुजारना मुश्किल हो रहा है।