विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर बसुआरा
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मानना था कि गांवों के विकास से ही देश का समुचित विकास संभव होगा।
मधुबनी। (कपिलेश्वर साह) राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मानना था कि गांवों के विकास से ही देश का समुचित विकास संभव होगा। आजादी के बाद से ही आती-जाती रही सरकारों द्वारा गांवों के विकास के लिए विभिन्न योजनाएं चलायी जाती रही। मगर गांवों के धरातल पर में योजनाओं को उतारने में कमियां भी सामने आते रहे है। बहरहाल योजनाओं के अनुरुप गांवों में विकास का सपना साकार नही हो सका। इसके लिए नौकरशाहों की कार्यशैली पर भी निरंतर सवाल उठते रहे है। वर्तमान केन्द्र की मोदी सरकार भी गांवों की सुरत बदलने को कई योजनाएं चला रखी है।
----------------- कहते हैं लोग पंचायत के विकास के लिए गांवो को स्मार्ट बनाने के लिए ठोस योजना के साथ ईमानदारी पूर्वक पहल होना चाहिए। गांवो के विकास पर ही देश का विकास निर्भर है।
- पंचू यादव झखराही स्थित बंद पड़े स्वास्थ्य केन्द्र को फिर से शुरू कर स्वास्थ्य सुविधा बहाल करने की जरूरत है। मामूली रुप से बीमार लोगों को भी मधुबनी स्थित सदर अस्पताल जाना पड़ता है।
- गुणानंद यादव, पूर्व मुखिया पंचायत में प्रतिदिन 10 से 12 घंटा तक ही विद्युत आपूर्ति संभव हो रहा है। पंचायत के जर्जर तार बदलने के साथ ही बास.बंल्ला की जगह बिजली पोल लगाया जाना जरूरी हो गया है।
- संत कुमार खुले मे शौच से मुक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा बसुआरा पंचायत को मुझे गोद दी गई है। पंचायत में 139 शौचालय का निर्माण कराया गया है। 168 घरों में शौचालय के लिए गड्ढा खोदा गया है। शेष घरों में शौचालय निर्माण के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
- राकेश कुमार, जिला अवर निबंधक बसुआरा पंचायत को विकसित पंचायत बनाने के लिए पंचायत वासियों को मिलजुल कर प्रयास करना होगा। शौचालय निर्माण को तरजीह देना चाहिए।
- भुटकून चौपाल पंचायत के विकास सर्वांगीण के लिए निरंतर प्रयास जारी हैं। पंचायत के बुढानाथ शिवालय के विकास के लिए सामूहिक स्तर पर प्रयास की जरुरत है। पंचायत को विकास की श्रेणी में अव्वल लाने के लक्ष्य को हासिल किया जाएगा।
- नेंगरा पासवान, मुखिया बसुआरा पंचायत -बसुआरा : एक नजर
-पंचायत : बसुआरा
-जनसंख्या : 11 हजार
-वोटर : 7 हजार
-विद्यालय : 11
-सरकारी सेवा में : 150
-शिक्षित बेरोजगार : 1000
-स्वास्थ्य केंद्र : एक
-आंगनबाड़ी केंद्र : 11