फास्टफूड का सेवन कर देता बीमार, करें परहेज
मधुबनी। आधुनिकता के दौर में युवाओं में खानपान की पसंद भी माडर्न हो गया है। कभी एगरॉल चाउमीन जैसे फास्ट फूड की महज कल्पना करने वाले युवा आज इसको काफी पसंद करने लगे हैं।
मधुबनी। आधुनिकता के दौर में युवाओं में खानपान की पसंद भी माडर्न हो गया है। कभी एगरॉल, चाउमीन जैसे फास्ट फूड की महज कल्पना करने वाले युवा आज इसको काफी पसंद करने लगे हैं। शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी जगह-जगह इसकी दुकानों पर युवाओं की अच्छी भीड़ देखी जाती है। फास्टफूड से करें परहेज फास्टफूड का अत्यधिक सेवन स्वास्थ्य के ²ष्टिकोण से हानिकारक माना जाता रहा है। ऐसे व्यंजनों में घटिया किस्म के मिर्च-मसाले व अशुद्धता के कारण पेट के रोग की शिकायत भी सामने आने लगे हैं। फास्टफूड की बढ़ती जा रही मांग शहर के स्टेशन चौक, गंगासागर चौक, शंकर चौक, बाटा चौक, बड़ा बाजार, किशोरी लाल चौक, महंथी लाल चौक के अलावा कई हिस्सों में चाउमीन, एगरॉल के कई दुकानें चल रही हैं। यहां दोपहर बाद से ही युवाओं की भीड़ लगने लगती है। बाटा चौक स्थित चाइनिज फास्टफूड काउंटर के संचालक संजय प्रसाद बताते हैं कि स्कूली बच्चे व युवाओं के अलावा आम लोगों में भी फास्टफूड की मांग बढ़ती जा रही है। फास्टफूड के सेवन से करें परहेज चिकित्सकों का माने तो फास्टफूड के सेवन से युवाओं को परहेज करना चाहिए। इसमें पोषक तत्व नहीं होने से इसके सेवन करने वाले काफी कमजोर हो जाते हैं। इसमें घटिया किस्म के तेल-मसाला का प्रयोग किए जाने से लीवर की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। बच्चों व युवाओं को फल, हरा सब्जी व दूध का निश्चित रूप से सेवन करना चाहिए जो सेहत के लिए बेहतर होता है।