बारिश से किसानों में खुशी, खेतों में लहलहा रही धान की फसल
मानसून की बेरुखी समाप्त होते ही किसानों के चेहरे प्रसन्नता से खिल उठे हैं।
मधुबनी। मानसून की बेरुखी समाप्त होते ही किसानों के चेहरे प्रसन्नता से खिल उठे हैं। जयनगर प्रखंड के 15 पंचायतों के किसान एक बार फिर खरीफ फसल धान की अच्छी उपज होने की आस लगाने लगे है। मानसून की बेरुखी से किसानों के माथे पर ¨चता की लकीरें ¨खचने लगी थी, लेकिन जैसे ही इन्द्र देवता मेहरबान हुए किसानों में एक बार उम्मीदों के पंख लग गये और खरीफ फसल धान की रोपनी करते हुए खाद, कीटनाशक का छिड़काव आदि में जुट गये। निर्धारित लक्ष्य के मुताबिक हुई धनरोपनी:
जैसे ही मानसूनी वर्षा प्रारंभ हुई प्रखंड के सभी पंचायतों में किसान धान की रोपनी का महाअभियान चलाकर धान की रोपनी सरकार के लक्ष्य के मुताबिक(लगभग 650 हेक्टेयर) करने में सफल रहे।प्रखंड कृषि पदाधिकारी नन्दकिशोर पासवान ने बताया कि प्रखंड में खरीफ फसल धान की रोपनी का जो लक्ष्य निर्धारित किया गया था, उसे लगभग (95 प्रतिशत)पूरा कर लिया गया है। किसानों के हित में वेहतर तरीके से वारिश होने के कारण लक्ष्य को पूरा किया जा सका।
डीजल अनुदान की भी है व्यवस्था:
प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने बताया कि धान की अच्छी उपज हेतु सरकार द्वारा किसानों को डीजल अनुदान दिये जाने की भी व्यवस्था की गई है। जो किसान उंचे खेतों में धान की फसल किये है और आगे चलकर वर्षा यदि कम भी होती है तो वो¨रग से ¨सचाई कर डीजल अनुदान की राशि प्राप्त कर सकतें है। डीजल अनुदान हेतु किसानों को आनलाइन आवेदन करना होगा।
कीटनाशक के बजाय निकौनी करना बेहतर:
कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि धान की फसल में उग आये खरपतवाड़ को हटाने हेतु किसान कीटनाशक का छिड़काव कर सकते हैं।क्लोरोफाई और ग्लाईकोसेट नामक कीटनाशक का छीड़काव कर सकते है। हालांकि कीटनाशक का उपयोग करने से बेहतर निकौनी करना होगा।