डीएम ने लिया बाढ़ पूर्व तैयारियों का जायजा
जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक की अध्यक्षता में बुधवार को आगामी बाढ़ की तैयारी को लेकर समाहरणालय सभागार में समीक्षा बैठक हुई। इसमें अपर समाहर्ता दुर्गानंद झा, जिला परिवहन पदाधिकारी सुजीत कुमार, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी मो. अतिकुद्दीन, प्रभारी जिला जन संपर्क पदाधिकारी विनोद कुमार समेत जिलास्तरीय कई अन्य पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी तथा बाढ़ नियंत्रण के कार्यपालक अभियंता आदि ने भाग लिया।
मधुबनी। जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक की अध्यक्षता में बुधवार को आगामी बाढ़ की तैयारी को लेकर समाहरणालय सभागार में समीक्षा बैठक हुई। इसमें अपर समाहर्ता दुर्गानंद झा, जिला परिवहन पदाधिकारी सुजीत कुमार, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी मो. अतिकुद्दीन, प्रभारी जिला जन संपर्क पदाधिकारी विनोद कुमार समेत जिलास्तरीय कई अन्य पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी तथा बाढ़ नियंत्रण के कार्यपालक अभियंता आदि ने भाग लिया। इस समीक्षा बैठक में डीएम ने प्रखंडवार बाढ़ पूर्व तैयारी की गहन समीक्षा किया। डीएम ने सभी पदाधिकारियों को निदेश दिया कि बाढ़ की स्थिति में किसी गांव या टोले की सड़कों के माध्यम से संपर्क भंग नहीं हो। सभी पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को बाढ़ पूर्व क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मति कार्य को पूर्ण करने का भी निर्देश दिया। डीएम ने सभी प्रखंडों में लगाए गए वर्षा मापक यंत्र के कार्य करने एवं जलस्तर मापक गेज के कार्यरत होने की समीक्षा भी किया। उन्होंने अंचल अधिकारी को बाढ़ के समय प्रभावित होने वाले क्षेत्र एवं संकटग्रस्त व्यक्ति समूहों की पहचान करने का निदेश दिया। उन्होंने कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण, झंझारपुर-1 एवं 2, पश्चिमी कोसी तटबंध निर्मली एवं अन्य पदाधिकारियों से तटबंधों की सुरक्षा से संबंधित समीक्षा किया। क्षतिग्रस्त तटबंधों की शीघ्र पहचान कर उसकी मरम्मति का निदेश दिया। वहीं सभी सीओ से अंचलवार नाव की उपलब्धता का जाजा लिया। सभी नाविकों के केयर टेकर का संपर्क नंबर उपलब्ध रखने का निदेश दियां। उन्होंने कहा कि प्राय: ऐसा देखा जाता है कि बाढ़ के समय सरकारी नावों का उपयोग कुछेक लोग अपने निजी कार्यों में करते हैं। सरकारी नाव पंचायत स्तरीय अनुश्रवण निगरानी समिति को बाढ़ के समय सौंपा जायेगा। जिससे प्रभावित लोगों को लाभ मिल सकें। उन्होने सभी सीओ को बाढ़ की स्थिति के लिए पूर्व से ही एक बहुउपयोगी हॉल/विद्यालय की व्यवस्था करने का निदेश दिया, जहां बाढ़ की स्थिति में फूड पैकेट का निर्माण या अन्य कार्य किया जा सके। उन्होंने जिला पशुपालन पदाधिकारी को बाढ़ की स्थिति में पशुचारा की उपलब्धता बाढ़ पूर्व सुनिश्चित करने का निदेश दिया। डीएम ने सभी पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को बाढ़ पूर्व क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मति कार्य को पूर्ण करने का निदेश दिया। उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग को लाईफ जैकेट की उपलब्धता बाढ़ पूर्व करने का निदेश दिया। साथ ही बाढ़ के समय नियंत्रण कक्ष की स्थापना, राहत एवं बचाव दल का गठन, आकस्मिक फसल योजना का सूत्रण, तैयारियों का अभ्यास आदि करने का भी निदेश दिया। फसल क्षति जीआर की राशि अगर बैंक में फंसा हो तो उसे शीघ्र क्लियर करने का भी निदेश दिया।