ओडीएफ के बाबजूद 30 प्रतिशत आबादी खुले में शौच को बाध्य
मधवापुर प्रखंड मुख्यालय अवस्थित मधवापुर पंचायत को अधिकारियों के द्वारा ओडीएफ घोषित होने के बाद भी यहां की 30 प्रतिशत आबादी अभी भी खुले में शौच को बाध्य है।
मधुबनी। मधवापुर प्रखंड मुख्यालय अवस्थित मधवापुर पंचायत को अधिकारियों के द्वारा ओडीएफ घोषित होने के बाद भी यहां की 30 प्रतिशत आबादी अभी भी खुले में शौच को बाध्य है। इस पंचायत में स्वच्छ भारत मिशन की हवा निकल रही है। पंचायत के कई वार्ड के लोग सुबह और शाम लोटा लेकर खुले में शौच जाते हैं। हालांकि पंचायत के विभिन्न 14 वार्डो में करीब तीन सौ से अधिक लोगों के घरों शौचालय का निर्माण पूर्ण हो चुका है। जबकि दो सौ लोगों का जीओ टै¨गग की प्रक्रिया चल रही है। खासकर रामपुर वृत, विरीत, सहनी टोल, अनुसूचित जाति टोल एवं वार्ड नंबर एक के दास टोल के अधिकांश घरों में अबतक शौचालय निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होने से यहां के लोग खुले में शौच को बाध्य है। इस गांव में शौचालय निर्माण के लिए लोगों का फार्म प्रखंड कार्यालय में जमा है और विभागीय प्रक्रिया चल रही है। विरीत वार्ड नंबर 13 के मो नईम, मो अतिबुल, मो वारिश आदि लोगों ने बताया कि दो माह पूर्व शौचालय निर्माण के लिए फर्म प्रखंड कार्यालय में जमा किया, परंतु अबतक उन लोगों को शौचालय की राशि बैंक खाते में नहीं आया है। प्रखंड व पंचायत कार्यालय का चक्कर लगाते हुए परेशान हो गए। नाम नहीं छापने के शर्त पर कई लोगों ने कहा कि कर्ज लेकर शौचालय तो निर्माण करा लिया, किन्तु शौचालय का 12 हजार रुपये उनके बैंक खाते में नहीं आया है। जबकि सरकारी कर्मियों को इसके लिए नजराना भी दे चुका हूं। इतना ही नहीं कई लोगों ने शौचालय निर्माण में भारी अनियमितता बरतने जाने की शिकायत की है। पंचायत के मुखिया अंजू देवी ने बताया कि पंचायत के विभिन्न वार्डो में अबतक तीन सौ से अधिक लोगों के घरों में शौचालय निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है। और दो सौ से अधिक लोगों के घरों में शौचालय निर्माण कराने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों के घरों में शौचालय होने के बावजूद लोग खुले में शौच जाते हैं। पंचायत के लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है। पंचायत के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयास जारी है।
इस बाबत बीडीओ बैभव कुमार ने बताया कि मधवापुर पंचायत में 70 प्रतिशत शौचालय का निर्माण पूर्ण हो चुका है। पिछले दिसंबर माह में पंचायत को ओडीएफ घोषित किया गया है। वैसे शौचालय निर्माण कार्य चल रहा है।