दूसरे की जमीन पर कबीर विश्वविद्यालय के शिलान्यास का आरोप
मधुबनी। सगी साध्वी बहनों के यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार फुलपरास स्थित विश्व कबीर विचार मंच का अंतर
मधुबनी। सगी साध्वी बहनों के यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार फुलपरास स्थित विश्व कबीर विचार मंच का अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष बाबा मनमोहन दास चार जगहों का महंत है। साथ ही कबीर विश्वविद्यालय के नाम पर कई एकड़ जमीन हड़पने का भी आरोप सामने आ रहा है।
चार जगहो का महंत है बाबा :
बाबा मनमोहन दास फुलपरास स्थित आश्रम के अलावा दरभंगा जिले के मनीगाछी प्रखंड क्षेत्र के महथौर, नेपाल के सपतरी जिले के कोदरकटी और अपने पैतृक गांव सुपौल जिले के पंचभिंडा स्थित कबीर मठ का महंत है। महथौर में लगभग एक माह पूर्व और नेपाल में मई 2018 में महंत बनाया गया था। बाबा को करीब से जानने वालों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि एक दर्जन से अधिक जगहों पर बाबा ने अपने चहेतों को महंत बनवाया है।
जमीन हड़पने का संदेह : बाबा मनमोहन दास ने वर्ष 2015 में फुलपरास प्रखंड क्षेत्र के फकीरना बधार में कबीर मठ की डेढ़ सौ एकड़ जमीन पर कबीर विश्वविद्यालय का शिलान्यास कराया था। बताया जाता है कि उक्त जमीन बाबा की नहीं, सिसवार स्थित कबीर मठ की थी। इसके महंत पहले गिरिजानंद भगत बाद में ¨वदेश्वर भगत बने थे। दोनों के निधन के बाद शिलान्यास का कार्य कराया गया था। गिरिजानंद और विंदेश्वर रिश्ते में चाचा-भतीजा थे। भूमि पूजन के तीन वर्ष बाद भी निर्माण शुरू नहीं होना बाबा की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है।
अनुयायी बता रहे साजिश : दरभंगा के कुशेश्वरस्थान निवासी कबीरपंथी ललन नायक कहते हैं, 2015 से बाबा से जुड़ा हूं। दरभंगा जिला में बाबा के बढ़ते कद से घबराकर जयंतीपुर दाथ के महंत और विश्व कबीर विचार मंच के महासचिव रहे दिल्ली निवासी ने षड्यंत्र रचा है। दिल्ली में वर्ष 2017 में मंच का एक कार्यक्रम हुआ था। स्थानीय सेठ ने खर्च वहन किया था। उसमें महासचिव पर दो लाख की हेराफेरी का आरोप लगा था। इस पर बाबा ने उसे महासचिव पद से हटा दिया था। तभी से वह बाबा के पीछे लगा था।
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