नहीं हो सका जल जमाव समस्या का निदान
चुनाव लोकतंत्र का महोत्सव है।
मधुबनी। चुनाव लोकतंत्र का महोत्सव है। हर चुनाव के समय चाहे वह लोकसभा हो या विधानसभा झंझारपुर आरएस के लोग उम्मीद लगाकर बैठते हैं कि इस बार जल जमाव का स्थायी समाधान हो जाएगा। जल जमाव यहां की एक बड़ी समस्या है। यह समस्या पहले रेलवे स्टेशन बाजार के पुरानी पोखर एवं टिबड़ेवाल उच्च विद्यालय के आम लोगों के जीवन को प्रभावित करता था। अब यह समस्या बीते पांच वर्षों से अधिक से रेलवे स्टेशन बाजार के आम नागरिकों को भी परेशान कर रखा है। लोकतंत्र के मंदिर में जीतकर पहुंचनेवाले झंझारपुर के नुमाइंदों ने आज तक झंझारपुर रेलवे स्टेशन बाजार को विकसित करने हेतु कोई मास्टर प्लान बनाने की ओर ध्यान नहीं दिया। फलस्वरूप यहां के लोग वर्ष के कम से कम चार माह इस समस्या से रूबरू होते हैं और जनप्रतिनिधियों को कोसते हैं। किसी भी जन प्रतिनिधि ने इस बाजार की ठीक से सुधि नहीं ली। इसमें जनप्रतिनिधियों के साथ साथ समाज के वैसे सफेदपोश भी शामिल हैं जो बसने के लिए जमीन खरीदते हैं अथवा जिनका पुश्तैनी जमीन है। वे जल बहाव को अपनी जमीन में अवरुद्ध कर रहे हैं और लोग त्राहिमाम कर रहा है। इस बार के लोकसभा चुनाव में यहां के लोग उम्मीदवार से इस समस्या के बाबत जरूर सवाल करेंगे। कई आम मतदाताओं ने बताया कि वोट उसी को जो जल निकासी की समस्या का समाधान में अपनी रूचि दिखाएगा।