Move to Jagran APP

अपेक्षित विकास को तरस रहा बथने गांव

बथने पंचायत का बथने गांव आज भी अपनी प्रगति की प्रतीक्षा में है। जहां आवश्यक मूलभूत सुविधाओं की कमी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Aug 2018 11:29 PM (IST)Updated: Mon, 20 Aug 2018 11:29 PM (IST)
अपेक्षित विकास को तरस रहा बथने गांव
अपेक्षित विकास को तरस रहा बथने गांव

मधुबनी। बथने पंचायत का बथने गांव आज भी अपनी प्रगति की प्रतीक्षा में है। जहां आवश्यक मूलभूत सुविधाओं की कमी है। पिछले पन्द्रह वर्षों तक पंचायत का नेतृत्व एक ही मुखिया दंपती ने किया फिर भी गांव का विकास नहीं हो सका। इस बार बथने को नई राह मिली जब उसी गांव का मुखिया बना। इस गांव में पंचायत के कुल चार वार्ड आते हैं । जिसमें दो आंगनबाड़ी केन्द्र है। जिसमें महज एक की काम कर रहा है दूसरा रिक्त है। आंगनबाड़ी को अपना भवन भी नहीं है। इस गांव में लगभग 62 प्रतिशत लोग साक्षर हैं। लगभग सात दर्जन लोग सरकारी सेवा दे चुके हैं। यहां लगभग 16से .18 घंटे बिजली रहती हैं। यहां लगभग पांच सौ बेरोजगार युवक रोजगार की तलाश में शहर से गांव तक भटक रहे हैं। गांव में महज एक मध्य विद्यालय है। विद्यालय में संसाधनों की कमी और शिक्षकों की वजह से बच्चों को मेन्यू के हिसाब से एमडीएम नहीं मिलता है। गांव में हाई स्कूल नहीं रहने से यहां के बच्चों की पढ़ाई काफी प्रभावित हो रही है। उन्हें उच्च शिक्षा के लिए चार किमी दूर रामपट्टी या बेलाही जाना पड़ता है। गांव में दो आंगनबाड़ी केन्द्र भी है जिसमें एक को अपना भवन है। गांव की मुख्य सड़कों की हालत जर्जर है। गांव की सड़के अतिक्रमण का शिकार है जिस कारण सड़कों पर जल जमाव रहता है। गांव में पंचायत भवन ए पंचायत सरकार भवन के अलावे तीन सामुदायिक भवन है। कहते है ग्रामीण

loksabha election banner

सरकार की उदासीनता व पिछले पंचायत प्रतिनिधियों के कारण अबतक बथने का विकास नहीं हुआ है। सड़कों की हालत जल जमाव के कारण खराब है।

मुकेश कुमार

------------------ गांव में एक भी उच्च विद्यालय नहीं रहने से गांव के बच्चों को चार किमी दूर पढ़ने जाना पड़ता है । जिस कारण दर्जनों लड़कियों की पढ़ाई बीच में ही अवरुद्ध हो जा रही है ।

नरेन्द्र ¨सह

-------------- आज भी दर्जनों परिवार के लोग खुले में शौच जा रहे हैं। दर्जनों परिवार राशन कार्ड व पेंशन से वंचित हैं जो दर दर भटक रहे हैं ।

अश्वनि कुमार ¨सह

--------------------- गांव में स्वास्थ्य केन्द्र की आवश्यकता है। बीमार पड़ने पर लोगों को पंडौल या मधुबनी जाना पड़ता है। सड़कों के अतिक्रमण के बाद से सड़क पर जल जमाव की समस्या आम है।

रामबाबू यादव

------------------- गांव में उच्च विद्यालय नहीं रहने से शिक्षा व्यवस्था सही नहीं है। ¨सचाई के संसाधन की कमी के कारण कृषि प्रभावित हो रही है ।

बब्लू ¨सह

----------------

मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना एक अच्छी योजना है । इसी से गांव की छोटी बड़ी सड़कें पीसीसी व नाला निर्माण किया जाएगा। बथने में हर छोटी बड़ी सड़क पक्की बनाने का लक्ष्य है। हर घर नल का जल दिया जाएगा। हर परिवार को जिनके पास शौचालय नहीं है उन्हें शौचालय बनाना जरूरी है

मांगन मंडल,मुखिया

--------

आंकड़ों में बथने गांव

--गांव का नाम -बथने

--पंचायत - बथने

--वार्ड - चार

--आबादी -7500

--मतदाता - 2500

--आंगनबाड़ी-. दो

--सामुदायिक भवन - तीन

--स्कूल - एक

--साक्षरता - 62 प्रतिशत

--बेरोजगार : पांच सौ


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.