बलाट को मलभूत सुविधाएं भी मयस्सर नहीं
पंचायत का बलाट गांव आज भी उन गांवों में से एक गांव है। कमला धार के किनारे बसे इस गांव में कई आवश्यक मूलभूत सुविधाओं की कमी है।
मधुबनी। (प्रदीप मंडल) संकोर्थू पंचायत का बलाट गांव आज भी उन गांवों में से एक गांव है। कमला धार के किनारे बसे इस गांव में कई आवश्यक मूलभूत सुविधाओं की कमी है। यह गांव अपने विकास की आज भी प्रतीक्षा कर रहा है। यहां लगभग 18-20 घंटे बिजली रहती है, जो पंडौल के लोहट फीडर से आती है। लगभग दो सौ बेरोजगार युवक रोजगार की तलाश में शहर से गांव तक भटक रहे हैं। विद्यालय में संसाधनों की कमी व शिक्षकों के मन मर्जी की वजह से बच्चों को मेनू के हिसाब से ना तो एमडीएम मिलता है और ना ही पढ़ाई हो पा रही है। गांव में मध्य व हाई स्कूल नहीं रहने से यहां के बच्चों की पढ़ाई काफी प्रभावित हो रही है। संसाधन विहीन प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई के नाम पर कागजी खाना पूर्ति होती है। गांव में इसी वर्ष पंसस के द्वारा कमला धार में छलका का निर्माण कराया गया ह । जो आने वाले समय में किसानों के लिए वरदान साबित होगा। गांव की मुख्य सड़कों की हालत पहले से बेहतर हुई है। जल निकासी नाला नहीं रहने के कारण जलजमाव की समस्या रहती है। गांव में एक भी सामुदायिक भवन नहीं है । गांव में स्वास्थ्य केन्द्र भी नहीं है। कमला धार के किनारे रहने के कारण यहां के खेतों की ऊपज भी अच्छी है जिस कारण किसानों को ¨सचाई में भी मदद मिलती है। कहते हैं ग्रामीण : सरकार की उदासीनता के कारण अबतक बलाट का विकास नहीं हुआ है। सड़कों की हालत पहले से बदली है। लेकिन आज तक गांव को सामुदायिक भवन भी नसीब नहीं हो सका है । गांव में शुद्ध पेयजल की समस्या है।
- मनोहर झा
----------------- 'गांव में एक भी मध्य या उच्च विद्यालय नहीं रहने से गांव के बच्चों को दूर पढ़ने जाना पड़ता है । जिस कारण प्राथमिक स्तर के बाद दर्जनों लड़कियों की पढ़ाई अवरुद्ध हो जा रही है ।
--- घूरन यादव
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आजादी के इतने वर्ष बीतने के बावजूद गांव के लोग खुले में शौच जा रहे हैं । दर्जनों परिवार राशन कार्ड व पेंशन से वंचित हैं जो दर दर भटक रहे हैं । गांव में एक स्वास्थ्य केन्द्र की आवश्यकता है।
- रामबाबू यादव ----------------- गांव में स्वास्थ्य केन्द्र की आवश्यकता है । बीमार पड़ने पर लोगों को 10-15 किमी दूर पंडौल सकरी या मधुबनी जाना पड़ता है । जल निकासी के लिए नाला का बनना जरूरी है । गांव में रोजगार के संसाधनों को बढ़ाना होगा।
- पंसस गणेश यादव
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मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना से गांव की छोटी बड़ी सड़कें पीसीसी व नाला निर्माण किया जाएगा । बलाट में हर छोटी बड़ी सड़क पक्की बनाने का लक्ष्य है । हर घर नल का जल दिया जाएगा । जिनके पास शौचालय नहीं है उन्हें शौचालय बनवा लेना चाहिए जिन्हें बाद में सरकार की ओर से आर्थिक सहयोग भी दिया जाएगा । गांव को स्वच्छता अभियान के तहत ओडीएफ बनाने के लिए शौचालय हर घर में होना चाहिए। साथ ही शौचालय का उपयोग भी करना चाहिए। -- जेबा जबीन, मुखिया
--------------- आंकड़ों में बलाट
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पंचायत : संकोर्थू -वार्ड : एक
-आबादी : 1500
-मतदाता : 510
-आंगनबाड़ी : एक
-सामुदायिक भवन : एक
-स्कूल : एक
-साक्षरता : 40 प्रतिशत
-स्वास्थ्य केन्द्र : नहीं
-बैंक : नहीं