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वार्ड एक एवं छ: को सीमांकन कर कमला तटबंध जाने वाला बदहाल पथ

झंझारपुर नगर पंचायत क्षेत्र का वार्ड न.1 देश की आजादी के दशकों बाद भी विकास से महरुम रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 05:06 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 05:06 PM (IST)
वार्ड एक एवं छ: को सीमांकन कर कमला तटबंध जाने वाला बदहाल पथ
वार्ड एक एवं छ: को सीमांकन कर कमला तटबंध जाने वाला बदहाल पथ

मधुबनी। झंझारपुर नगर पंचायत क्षेत्र का वार्ड न.1 देश की आजादी के दशकों बाद भी विकास से महरुम रहा है। जब की झंझारपुर, ग्राम पंचायत से लेकर अधिसूचित क्षेत्र का सफर तय करते हुए वर्षों पूर्व नगर पंचायत में तब्दील हो चुका है। भले ही यहां के निवासियों को यह बदलाव शहरी होने का ख्वाब दिखा रहा हो। लेकिन, अभी भी यह विकास से दूर है। देखा जाए तो इस वार्ड का एक आध सड़कों को छोड़ कई प्रमुख सड़कों का जिर्णोद्धार नहीं हो पाया है। यहां का एक ऐसा प्रमुख सड़क जो वार्ड सं0 1 एवं 6 का सीमांकन करते हुए परतापुर घाट के समीप कमला तटबंध से मिलता है। दशकों से बदहाल व जर्जर है। हालांकि कुछ वर्ष पूर्व ही में इस संपूर्ण सड़क में उमाकांत साह के घर से सलहेश स्थान होते हुए प्रसिद्ध महारानी तालाब तक के भाग का पीसीसी करण किया गया है। किन्तु जब तक इस सड़क के संपूर्ण भाग का निर्माण नहीं कराया जाता यात्रा के लिए उपयोगी नहीं बन सकता।

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सड़क की उपयोगिता:

कहा जाता है कि एक जमाने में यह सड़क झंझारपुर बाजार के लिए बहुत ही उपयोगी रहा करता था। इसी सड़क होकर नदी पार के दर्जनों गांवों नवटोलिया, समिया, कोठिया, नरुआर, भैरवस्थान ही नहीं विरौल, भगवतीपुर तक के ग्रामीण यहां अपनी रोजमर्रा के सामान लेने आया करते थे। जिसके कारण यहां के व्यवसायी भी अपने को खुशहाल समझते थे। बावजूद देश की आजादी से लेकर अभी तक इस सड़क का संपूर्ण जिर्णोंद्धार किया जाना संभव नहीं हो पाया है।

क्या कहते लोग: स्थानीय लोगों में प्रो. विन्दुनाथ झा, सियाकान्त वर्ण, मनोज कुमार, अरुण गुप्ता, मुकेश महतो आदि बताते हैं कि यह सड़क वार्ड का सबसे प्रमुख सड़क होते हुए भी बदहाली के कारण अपना अस्तित्व खोता जा रहा है। इतना ही नहीं बरसात के समय यहां के लोगों को नदी तटबंध तक पहुंचना भी मुश्किल हो जाता है। खास कर किसी के नदी घाट पर अन्तिम संस्कार करने के समय इस नजदीकी सड़क को छोड़ कर तकरीबन पांच किलो मीटर का सफर तक कर दूसरे सड़क से पार्थिव शरीर को ले जाना पड़ता है। साथ ही लोगों का कहना है कि इसी सड़क में यहां के लोगों का इष्टदेव ब्रह्मास्थान भी है। वहां खासकर बरसात के समय जल जमाव रहने के कारण लोगों का पहुंचना नामुमकिन हो जाता है और इससे भक्त और भगवान की दूरियां भी बढ़ जाती है। लोगों की मांग है कि इस सड़क की उपयोगिता को देखते हुए जल्द से जल्द इसका संपूर्ण जिर्णोद्धार किया जाए।

कहती हैं अध्यक्ष:

इस सड़क के जिर्णेांद्धार के बारे में पूछे जाने पर नपं अध्यक्ष उषा देवी बताती है कि बहुत जल्द इस सड़क में ब्रह्मानंद ठाकुर के घर से कमला नदी तटबंध तक के भाग का निविदा प्रक्रिया पूरा कर निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।


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