जिले की दो जल परियोजनाओं के लिए 115 करोड़ की स्वीकृति
मधुबनी। जिले को बाढ़ से बचाने के लिए जल संसाधन विभाग की दो परियोजनाओं को राज्य कैबिनेट की मुहर लग गई।
मधुबनी। जिले को बाढ़ से बचाने के लिए जल संसाधन विभाग की दो परियोजनाओं को राज्य कैबिनेट की मुहर लग गई। इसके लिए करीब 115 करोड़ रुपये की स्वीकृति दे दी गई। कोसी नदी के दाएं किनारे सिकरहट्टा-मंझारी निम्न बांध का परसौनी से महिषा ग्राम तक 4.60 किमी निर्माण कार्य के लिए 41 करोड़ 91 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई। वहीं कमला बलान नदी के बाएं और दाएं तटबंध पर आठ क्षतिग्रस्त जगहों पर ब्रीच क्लोजर, रिवेंटमेंट कार्य एवं चिह्नित जगहों पर स्टील पाइप गाड़ने के कार्य के लिए 74.10 करोड़ की प्रशासनिक एवं व्यय की स्वीकृति दी गई। इसके अंतर्गत टेहरा ग्राम, रखवाडी, गूलखा, नरुआर, कैथवार, ककोढा, कुमरौल और मनसार ग्राम में ब्रीच क्लोजर का कार्य होना है। इसके साथ-साथ तटबंध के नदी भाग के स्लोप का एचएफ्रएल तक जियो बैग के दो लेयर एवं फॉर्मेशन लेवल तक जियो बैग के एक लेयर से रिवेंटमेंट कार्य तथा रूपांतरण के अनुसार पीपी रोप गैबियन में जियो बाग से लॉचिग एप्रोन का निर्माण तथा स्थलीय स्थिति के अनुरूप वांछित लंबाई में प्रॉपर अंग्रेज का प्रावधान होना है। कंट्री साइड स्लोप में उचित स्थलों पर क्रॉस ड्रेन एवं उपतट पर ड्रेन के साथ घास लगाने का प्रावधान है।इन योजनाओं को कैबिनेट की स्वीकृति मिलने पर जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि कमला नदी में बाढ़ आने के कारण हर साल जान माल की क्षति होती है। इससे निपटने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। बाढ़ से निपटने के लिए आधुनिक तकनीक का प्रयोग करने वाले हैं। बिहार में पहली बार तटबंध के नीचे शीट पाईल का प्रावधान किया जा रहा है। शीट पाईल का टॉप लेवल एचएफएल से एक मीटर नीचे रखा जाएगा। साथ ही स्टील प्लेट से ढंका जाएगा। योजना के कार्यान्वयन के दौरान शीट पाईल के प्रभावी डेप्थ आदि की समीक्षा कराई जाएगी। पिछले वर्ष आईआईटी रुड़की से एक टीम को कमला नदी में आने वाली बाढ़ के अध्ययन के लिए भी बुलाया गया था। उनके सुझावों को ध्यान में रखते हुए ही विभाग आगे का कार्य कर रहा है। इस कार्य के पूरा होने से मधुबनी एवं दरभंगा जिला अंतर्गत बाबुबरही, झंझारपुर, खजौली, घनश्यामपुर, ताराडीह एवं गौराबौराम एवं आसपास के ग्रामों को बाढ़ से सुरक्षा मिलेगी।