Move to Jagran APP

दिल्ली से दो ट्रकों में 105 लोग पहुंचे बेनीपट्टी

मधुबनी। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर लॉकडाउन के बीच करीब 105 लोग दिल्ली से दो ट्रकों में सवार होकर घर पहुंचे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Mar 2020 11:33 PM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2020 06:10 AM (IST)
दिल्ली से दो ट्रकों में 105 लोग पहुंचे बेनीपट्टी
दिल्ली से दो ट्रकों में 105 लोग पहुंचे बेनीपट्टी

मधुबनी। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर लॉकडाउन के बीच करीब 105 लोग दिल्ली से दो ट्रकों में सवार होकर घर पहुंचे। ट्रकों से सभी के यहां पहुंचने पर प्रशासन के साथ प्रखंड के लोगों में भी हलचल मच गई। दिल्ली से आए इनलोगों में कुछ वे भी शामिल हैं जो कोलकाता में काम करते थे। वे वहां से पहले दिल्ली आए। इसके बाद यहां से एक-एक लाख रुपये किराया देकर दो ट्रकों से घर पहुंचे। एक ट्रक शहर के विद्यापति चौक रविवार देर रात पहुंचा। वहीं दूसरा ट्रक सोमवार थाना चौक पहुंचा तो स्थानीय थाना ने इसे पकड़ा। इसके बाद दोनों ट्रकों को पीएचसी लाया गया। यहां जांच में कोई संदिग्ध नहीं पाया गया। इसके बाद उनसे शपथ-पत्र लेकर करीब 80 लोगों को घर भेज दिया गया। उन्हें 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रहने को कहा गया। वहीं शेष लोगों को संबंधित गांवों के स्कूलों में बने केंद्रों में भेज दिया गया। शनिवार को चले थे सभी प्रवासी

loksabha election banner

ये सभी प्रवासी शनिवार को दिल्ली से चले थे। यहां पहुंचने पर पुलिस निरीक्षक व थानाध्यक्ष महेन्द्र कुमार सिंह ने ट्रक पर सवार लोगों को पीएचसी बेनीपट्टी लाया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एसएन झा एवं डॉ. पीएन झा ने इनलोगों की स्क्रीनिग की। इसके बाद सभी के हाथों पर मुहर लगाई गई। इन सभी से शपथ पत्र लिया गया है कि वे 14 दिनों तक घर में क्वारंटाइन रहेंगे। वे घरों से बाहर नहीं निकलेंगे। इसके बाद सभी को घर भेज दिया गया। ये सभी बेनीपट्टी अनुमंडल प्रक्षेत्र के बेनीपट्टी तथा हरलाखी प्रखंड क्षेत्र के गांवों के रहने वाले हैं। कंपनी बंद कर फरार हो गया मालिक, नहीं दी मजदूरी

यहां आए बोरहर के ललन पासवान, सलहा के अशोक मंडल व रंजीत मंडल, राधेश्याम मंडल एवं सुनील चौपाल, हुक्मदेव यादव, फिरन दास, रमन कुमार, सुशील पासवान ने बताया की सभी लोग दिल्ली में ट्रांसपोर्ट में मजदूरी का काम करते थे। लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद कंपनी का मालिक ट्रांसपोर्ट बंद कर फरार हो गया। उनलोगों को जो काम किया था उसकी भी मजदूरी नहीं दी गई। काम बंद हो जाने से भोजन व रहने की समस्या आ गई। वहीं कोलकाता से भी कुछ लोगों को ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करने के लिए बुलाया था। मगर, वे भी कंपनी बंद होने से फंस गए। अंत में सभी लोगों ने एक-एक लाख रुपये में दो ट्रक किराया पर लिया। करीब दो-दो हजार रुपये देकर सभी शनिवार रात दिल्ली से रवाना हुए। परेशानी के बीच सभी किसी तरह अपनों के बीच पहुंच गए। बयान ::::

बाहर से आने वाले इन लोगों की पीएचसी में स्क्रीनिग की गई। इसके बाद सभी से शपथ पत्र लिया गया है। 14 दिनों तक अपने घरों में क्वारंटाइन में रहने एवं बाहर निकलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। बाहर से आने वाले कुछ मजदूरों को बेनीपट्टी तथा हरलाखी प्रखंड के विद्यालयों में रखने के लिए बीडीओ एवं सीओ को निर्देश दिया गया है।

मुकेश रंजन, एसडीएम बेनीपट्टी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.