बीएनएमयू में छात्रों का भविष्य हो रहा बर्बाद
मधेपुरा। बीएनएमयू में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। स्नातक का सत्र एक साल त
मधेपुरा। बीएनएमयू में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
स्नातक का सत्र एक साल तो पीजी सत्र दो साल देर से चल रहा है। समय पर पढ़ाई कराने, परीक्षा लेने व परीक्षा फल प्रकाशित कराने में अधिकारियों को थोड़ी भी रुचि नहीं रह गई है। फलाफल सत्र में देरी से छात्रों का बहुमूल्य समय बर्बाद हो रहा है। लेकिन इससे विवि प्रशासन को फर्क नहीं पड़ रहा है। विवि अधिकारी सिर्फ सत्र सही करने का आश्वासन देकर काम चला रहे हैं। इससे छात्रों का भविष्य चौपट रहा है। स्थिति यह है कि स्नातक की पढ़ाई पूरी नहीं होने से छात्र प्रतियोगिता परीक्षाओं शामिल नहीं हो पा रहे हैं।छात्रों की मानें तो सत्र में देरी के लिए विवि प्रशासन जिम्मेवार है। उनकी मंशा छात्र हित में नहीं है।
-----------------------------------------
कई बार छात्र संघ ने किया है आंदोलन
सत्र में सुधार को लेकर छात्र संघ ने कई बार आंदोलन किया है। लेकिन इससे विवि प्रशासन के सेहत पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।सबसे खराब स्थिति परीक्षा विभाग की है। जहां बिचौलियों का बोलबाला है। यहां छात्रों की समस्या से किसी को कोई लेना देना नहीं है। बीए पार्ट वन, टू और थ्री के परिणाम आने में देरी से छात्र बाहर बेहतर तैयारी के लिए नहीं जा पा रहे हैं। यद्यपि विश्वविद्यालय प्रशासन सत्र नियमित करने की बात कर रहा, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं है।
----------------------------------------
स्नातक के छात्र सबसे अधिक परेशान
स्नातक पार्ट वन 2016-17 का परीक्षा परिणाम अगस्त 2017 में प्रकाशित होनी चाहिए थी। लेकिन जुलाई 2018 तक परिणाम नहीं आ पाया है। अभी परिणाम आने में और दो माह का समय लगेगा। वहीं पार्ट टू एवं थ्री 2016-17 का अब तक तो परीक्षा भी नहीं हुआ है। दोनों का सत्र एक साल देरी से चल रहा है। वहीं पीजी का सत्र तो दो साल देरी से चल रहा है। जिसका परिणाम वर्ष 2016 तक आ जाना चाहिए। उसका अभी भी एक सेमेस्टर बचा हुआ है। ऐसे में छात्रों का भविष्य अधर में है।
----------------------------------------
सत्र नियमितीकरण को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसके लिए विवि की ओर से परीक्षा कैलेंडर जारी कर दिया गया है। परीक्षा कैलेंडर के अनुसार दिसंबर 2018 तक सभी लंबित परीक्षाओं को सम्पन्न करा लिया जाएगा।
डॉ. एके राय
कुलपति, बीएनएमयू, मधेपुरा
-------