संविधान की मूल भावना के साथ खिलवाड़ कर रही केंद्र सरकार
मधेपुरा। नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में शनिवार को शहर में प्रतिरोध मार्च निकाल कर
मधेपुरा। नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में शनिवार को शहर में प्रतिरोध मार्च निकाल कर प्रदर्शन किया गया। प्रतिरोध मार्च शहर के कॉलेज चौक से कर्पूरी चौक तक निकाला गया। प्रतिरोध मार्च में एआइएसएफ,एआइवाइएफ एवं एनएसयूआइ के कार्यकर्ता शामिल थे। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार इस गैर संवैधानिक विधेयक को वापस ले। प्रतिरोध मार्च में एआइएसएफ के पूर्व राज्य सचिव प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि केंद्र सरकार संविधान की मूल भावना के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का यह काला कानून देश हित में नहीं है। नौजवान संघ के प्रांतीय अध्यक्ष शंभु क्रांति ने कहा कि यह देश सभी धर्म के मानने वालों के लिए है। इस तरह का कानून देश हित में नहीं है। मौके पर एआइएसएफ के जिलाध्यक्ष वसीमउद्दीन ने कहा कि केंद्र सरकार देश की गंगा जमुनी तहजीव को खत्म करना चाह रही है। एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि भारत का संविधान धर्मनिरपेक्ष है। यहां धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता है। केंद्र सरकार के इस बिल का पुरजोर विरोध सभी लोगों को करना चाहिए। मौके पर सौरभ कुमार,राजीव कुमार यादव,नीतीश कुमार,सुभम कुमार स्टालीन, नीतीश कुमार,मु.इशाद,मु.रफी अहमद मुन्ना, नीरज यादव,हिमांशु राज,मु.फिरोज, मु.हसन, अशोक कुमार,दिव्यांशु कुमार,मु.रईस,मु.सोनू,मनीष कुमार,मु.समसेर,कैलाश कुमार,अमित कुमार,कौशल यादव,विकास कुमार,मु.मंजूर,आरके सिंहा,विरेंद्र मेहता,मु.सद्दाम सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
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