विषम परिस्थिति में फूले ने समाज को शिक्षित करने का किया काम
बाबा साहेब अंबेडकर सभागार में मनाई गई फूले की जयंती ---------------------- संवाद सूत्र,
बाबा साहेब अंबेडकर सभागार में मनाई गई फूले की जयंती
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संवाद सूत्र, मधेपुरा : जिला मुख्यालय स्थित डॉ. बाबा साहब अंबेडकर सभागार में राष्ट्रमाता सावित्री बाई फूले का जन्मदिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम का उद्धाटन समाजसेवी चंद्रशेखर कुमार ने किया। उन्होंने कहा कि माता सावित्री बाई फूले उस विषम परिस्थिति में समाज को शिक्षित करने का कार्य किया जिस समय यहां शुद्र एवं अछूतों को ज्ञान लेना अपराध समझा जाता था। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बीएनएमयू के सिनेट-¨सडिकेट सदस्य सह छात्रावास अधीक्षक डॉ. जवाहर पासवान ने कहा कि आज हम खड़े हैं, इसके लिए सावित्री बाई फूले जैसे हजारों महान पुरखे हमारे लिए लड़े हैं। उन्होंने कहा कि अगर राष्ट्र पिता ज्योति राव एवं माता सावित्री बाई फूले नहीं होते तो डॉ. बाबा साहब नहीं होते। चूंकि अपने जीवन में प्रारंभिक काल में बाबा साहब अंबेडकर ऐसे महान हस्ती को गुरू मानकर समाज के लिए कार्य किए थे। जिसका प्रतिफल आज भारत के संविधान में समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व और न्याय के रूप में दिखाई दे रहा है। मौके पर मधेपुरा जिला वामसेफ अध्यक्ष सुभाष पासवान ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर भारत मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार राम, संतोष संगम, किशोर क्रांति, राहुल पासवान, प्रभाष कुमार, प्रेमशंकर कुमार यादव, चंदा कुमारी, मोहन माही, ललटू कुमार, बीरबल कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
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