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जिला मुख्यालय में प्रायोगिक परीक्षा केंद्र बनाए जाने से छात्रों में रोष

मधेपुरा। अनुमंडल क्षेत्र के डिग्री महाविद्यालय के स्नातक तृतीय खंड के प्रायोगिक परीक्षा केंद्र जि

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Mar 2019 02:40 AM (IST)Updated: Sat, 16 Mar 2019 02:40 AM (IST)
जिला मुख्यालय में प्रायोगिक परीक्षा केंद्र बनाए जाने से छात्रों में रोष
जिला मुख्यालय में प्रायोगिक परीक्षा केंद्र बनाए जाने से छात्रों में रोष

मधेपुरा। अनुमंडल क्षेत्र के डिग्री महाविद्यालय के स्नातक तृतीय खंड के प्रायोगिक परीक्षा केंद्र जिला मुख्यालय बनाने की खबर से छात्रों में रोष समाया हुआ है। केंद्र को लेकर छात्रों में उबाल देखा गया। महाविद्यालय के छात्रों ने केंद्र को लेकर सवाल उठाए हैं। जाप छात्र परिषद ने प्रतिकुलपति पर गंभीर आरोप लगाया है। छात्रों ने परीक्षा के बहिष्कार के साथ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। छात्रों ने कुलपति और प्रतिकुलपति को आवेदन देकर अनुमंडल मुख्यालय में ही परीक्षा केंद्र बनाने की मांग की है। इसके लिए दुर्गम सड़क पर सफर कर जिला मुख्यालय जाने में हादसे का अंदेशा जताया है। छात्र-छात्रओं को जानकारी मिली कि स्नातक तृतीय खंड का परीक्षा केंद्र 40 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय बना दिया गया है। इससे छात्र-छात्रा उग्र होकर महाविद्यालय के प्रधानाचार्य कक्ष की घेराबंदी कर दी। देर शाम उप प्रधानाचार्य प्रो. ललन कुमार झा के माध्यम से कुलपति एवं प्रतिकुलपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। मालूम हो कि यूवीके कॉलेज करामा सुदूर देहाती क्षेत्र में अवस्थित है। जहां रेल सुविधा तो है ही नहीं। सड़क यातायात भी पूर्ण विकसित नहीं है। अनुमंडल क्षेत्र के मुख्य एनएच 106 सड़क जर्जर अवस्था में है। सड़क पर रोज हादसे होते हैं। छात्रों को हादसे का अंदेशा सता रहा है। लोकसभा चुनाव की रणभेरी बजने के साथ ही सड़कों पर निजी वाहन कम पड़ गए हैं। महाविद्यालय से जिला मुख्यालय 40 किलोमीटर दूर के परिधि में है। छात्रों ने कहा है कि महाविद्यालय में सभी संसाधन उपलब्ध है। यह महाविद्यालय केंद्रीय मानक के अनुकूल है। यद्यपि महाविद्यालय में केंद्र नहीं बनाया जाना छात्रों के लिए दुर्भाग्य है। साजिशन यहां के छात्रों को जिला मुख्यालय के दूसरे महाविद्यालय में प्रायोगिक परीक्षा केंद्र बना दिया गया। सड़क, परिवहन के अभाव तथा छात्र छात्राओं के शारीरिक आर्थिक एवं मानसिक प्रताड़ना की साजिश को दूर करने के लिए अबिलंब उदाकिशुनगंज अनुमंडल प्रक्षेत्र में ही प्रायोगिक परीक्षा केंद्र स्थापित करने की मांग की गई है। यहां पर केंद्र नहीं बनने पर छात्र-छात्राओं को वर्णित समस्याओं से प्रभावित होकर परीक्षा से वंचित होना पड़ेगा। इसकी नैतिक जिम्मेदारी विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग की होगी। मौके पर लाली कुमारी,पूजा,पूनम,शांता,नेहा,पुष्पा,बंटी, आनंद,आफताब आदि छात्र छात्रा मौजूद थे। छात्रों के साथ हो रही नाइंसाफी छात्र नेता अभिषेक आचार्य ने कहा कि बार बार उनलोगों के साथ विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा नाइंसाफी किया जा रहा है। जबकि कुछ दिन पहले ही यातायात की भयानक स्थिति को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन प्रथम खंड परीक्षा उदाकिशुनगंज अनुमंडल में सफलता पूर्वक सम्पन्न करवाया था। छात्रा शालिनी ने कुलपति से आग्रह किया है कि छात्रों हित में और यातायात की स्थिति को देखते हुए अविलंब प्रायोगिक परीक्षा केंद्र महाविद्यालय या अनुमंडल में बनाने का आदेश दिया जाए।

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