ईश्वर की आरधना से सारे कष्ट होते हैं दूर : साध्वी
मधेपुरा। अनुमंडल मुख्यालय के एसबीजेएस हाई स्कूल मैदान पर श्रीमद भागवत कथा के पाचवें दिन चित्रकू
मधेपुरा। अनुमंडल मुख्यालय के एसबीजेएस हाई स्कूल मैदान पर श्रीमद भागवत कथा के पाचवें दिन चित्रकूट वृंदावन धाम से पहुंचे कथा व्यास साध्वी निष्ठा किशोरी ने प्रवचन के दौरान भक्त प्रहलाद प्रसंग से लोगों को सुनाया। उन्होंने कहा कि भक्त प्रहलाद ने लोगों को ईश्वर भक्ति के प्रेम को जगाया। कठिन तप और निश्छल प्रेम के कारण भगवान विष्णु को भक्त प्रहलाद के सामने प्रकट होना पड़ा। उन्होंने कथावाचन में कहा कि दैत्य वंश में भक्त प्रहलाद का जन्म हुआ था। वह भगवान विष्णु के परम भक्त थे। भक्त प्रहलाद ने भगवत भक्ति का मार्ग दिखाया और दुनियां को बताया कि किस तरह इश्वर पर भरोसा रखकर अपने कर्म मार्ग पर अडिग रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि भक्त प्रहलाद ने आठ वर्ष की उम्र में मां की आज्ञा और आशीर्वाद से कठोर तप किया। ईश्वर से साक्षात्कार किया। भक्त प्रहलाद ने परमेश्वर के प्रति अटूट श्रद्धा विश्वास किया। कठोर दंड के बाद भी पिता के बातों में हामी नहीं भरी। प्रहलाद जैसे जिद्दी भक्त के लिए भगवान को धरती पर अवतार लेना पड़ा नर¨सह के रूप में वे खंभे में से गोधुली वेला में निकले और दरवाजे की चौखट पर बैठकर अत्याचारी हिरण्यकश्यप का अपने हाथों के नाखुनों से चीरकर वध किया। पंडाल राधे-राधे के उद्घोष से गूंजता रहा। श्रीकृष्ण और राधा के नृत्य पर श्रोता झूमते रहे। कथा आयोजक मंडल के मुखिया अनिल मेहतर, सचिव रणधीर कुमार, कोषाध्यक्ष मणीभूषण कुमार, सदस्य विकास कुमार, ललन यादव, पुनम यादव, तरुणा देवी, ¨पकी देवी आदि मौजूद थे।