सिंहेश्वर प्रमुख व बीडीओ के बीच शुरू हुआ पत्राचार 'वार'
संवाद सूत्र मधेपुरा सिंहेश्वर प्रखंड में प्रमुख व बीडीओ के बीच पत्राचार वार छिड़ गया है।
संवाद सूत्र, मधेपुरा : सिंहेश्वर प्रखंड में प्रमुख व बीडीओ के बीच पत्राचार वार छिड़ गया है। 26 जनवरी के आयोजन को लेकर दोनों ने अलग-अलग बैठक की है। पहली बैठक का पत्र प्रमुख मु. इश्तियाक आलम के निर्देश पर पंचायत राज पदाधिकारी ने निकाला था। बैठक 20 जनवरी को हुई। बैठक में बीडीओ राजकुमार चौधरी नहीं पहुंचे। 21 जनवरी को ही बीडीओ ने पत्र निकालकर अधिकारियों को 22 जनवरी को बैठक में उपस्थित होने को कहा। पत्र जारी होने के बाद प्रमुख ने दूसरा पत्र जारी कर कहा कि बीडीओ का यह रवैया खेदजनक है। बैठक होने के बाद फिर से पत्र निर्गत किया जाना औचित्य से परे है। प्रमुख की अध्यक्षता में जब बैठक की जा चुकी है तो फिर से पत्र निर्गत किया जाना जानबूझकर नजरअंदाज किया जाना है। बीडीओ बताए कि गणतंत्र दिवस के लिए दूसरी बैठक का आयोजन किया किया जा रहा है। 22 जनवरी को आयोजित बैठक में प्रमुख भी नदारद रहे। दोनों के बीच बढ़ते विवाद को लेकर प्रखंड में चर्चा का विषय बना हुआ है।
मधेपुरा जिले के सिघेश्वर प्रखंड में प्रखंड प्रमुख और प्रखंड विकास पदाधिकारी के बीच गणतंत्र दिवस के आयोजन को लेकर मामला बढ़ता नजर आ रहा है। इस संबंध में प्रखंड प्रमुख इश्तियाक आलम ने शुक्रवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी राजकुमार चौधरी को पत्र लिखकर कहा है कि जब पहले ही गणतंत्र दिवस आयोजन को लेकर एक बार बैठक हो चुकी है, तब बीडीओ द्वारा फिर से बैठक आयोजन को लेकर पत्र निर्गत किया जाना खेदजनक है।
दरअसल नवनिर्वाचित प्रमुख मु. इश्तियाक आलम ने पंचातय समिति की बैठक के साथ गणतंत्र दिवस की तैयारी को लेकर भी बैठक की थी। बैठक को लेकर अधिकारियों को पत्र दिया गया था। बैठक में बीडीओ सहित कई अधिकारी नहीं पहुंचे थे। इस पर उन्होंने नाराजगी जताई थी। दूसरी बैठक का पत्र बीडीओ ने निकाला। इसमें प्रमुख नहीं पहुंचे। बीडीओ राजकुमार चौधरी ने बताया कि प्रत्येक साल गणतंत्र दिवस में झंडोत्तोलन के समय को लेकर बैठक होती रही है। इसी परंपरा के तहत उन्होंने बैठक का आयोजन किया है, जबकि प्रमुख इस बात पर अड़े हुए हैं कि जब बैठक कर लिया गया तो दूसरी बैठक किस औचित्य से किया गया।
कोट गणतंत्र दिवस को लेकर प्रखंड में जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ बैठक कर ली गई है। बैठक में कई बिदुओं पर बातचीत हुई। समय का निर्धारण किया गया। बीडीओ प्रखंड में रहते हुए बैठक में नहीं पहुंचे। दूसरे दिन फिर से बैठक के लिए पत्र निकाल दिया गया। यह तो सदन का जानबूझकर नजरअंदाज करना है। -मु. इश्तियाक आलम, प्रमुख, सिंहेश्वर
प्रत्येक साल गणतंत्र दिवस में झंडोत्तोलन के समय को लेकर बैठक होती रही है। इसी परंपरा के तहत उन्होंने बैठक का आयोजन किया है। इस बात को बेवजह तूल दिया जा रहा है, जिसका कोई औचित्य ही नहीं है। -राजकुमार चौधरी, बीडीओ, सिंहेश्वर