चुनाव प्रचार का थमा शोर, अब होगा डोर-टू-डोर प्रचार
मधेपुरा। लोकसभा चुनाव को लेकर रविवार को प्रचार का शोर थम गया। प्रचार का शोर थमने के ब
मधेपुरा। लोकसभा चुनाव को लेकर रविवार को प्रचार का शोर थम गया। प्रचार का शोर थमने के बाद विभिन्न दल के प्रत्याशी और उसके समर्थक घर घर जाकर लोगों को अपने पक्ष में मतदान करने के लिए प्रेरित कर रहे है। नेता डाल डाल तो मतदाता पात पात की कहानी को यथार्थ कर रहें हैं। मतदाता आने वाले नेताओं को ही वोट देने की बात कहकर टरका दे रहें है। मतदान 23 अप्रैल को होगी। मतदान के लिए 70 आलमनगर विधानसभा में 332 और बिहारीगंज विधानसभा में 301 मतदान केंद्र बनाएं गए है। आलमनगर विधानसभा में 140 क्रिटिकल और 92 भनरेबुल एवं बिहारीगंज विधानसभा में 126 क्रिटिकल और 100 भनरेबुल बूथ चिन्हित किए गए हैं। आलमनगर विधानसभा क्षेत्र में एक लाख 71 हजार आठ सौ 12 पुरूष, एक लाख 57 हजार तीन सौ 14 महिला और छह अन्य सहित कुल तीन लाख 29 हजार एक सौ 32 तथा बिहारीगंज विधानसभा में एक लाख 54 हजार एक सौ 69 पुरूष, एक लाख 43 हजार पांच सौ 10 महिला, आठ अन्य सहित कुल दो लाख 97 हजार छह सौ 87 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। उदाकिशुनगंज के अनुमंडल पदाधिकारी एसजेड हसन ने बताया कि मतदान को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। रविवार को आलमनगर विधानसभा क्षेत्र के मतदान कर्मियों ने उदाकिशुनगंज अनुमंडल कार्यालय में योगदान दिए। वहीं बिहारीगंज विधानसभा के मतदान कर्मियों ने बाजार समिति केंद्र पर योगदान दिए। मतदान कर्मियों को बूथों पर भेजने का काम जारी है। सोमवार की सुबह तक सभी मतदान कर्मी मतदान केंद्र पर पहुंच जाएंगे। मतदान कर्मियों को मतदान सामग्री उपलब्ध करा दिया गया। जबकि जिला मुख्यालय से मतदान केंद्रों पर ईवीएम मशीन भेजा जाएगा। परीसीमन के बाद मधेपुरा अनुमंडल का मुरलीगंज प्रखंड बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र में समाहित है। जबकि उदाकिशुनगंज के 16 में नौ पंचायत आलमनगर विधानसभा में शामिल है। एसडीएम ने बताया कि मतदान को लेकर केंद्रों सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मतदान निष्पक्ष और शांतिपूर्ण संपन्न कराना प्रशासन की प्राथमिकता है। मतदान में व्यवधान पैदा करने वालों के साथ प्रशासन सख्ती से निपटेगी। प्रशासन ने सभी लोगों से निर्भीक होकर मतदान में भाग लेने की अपील की है। स्थानीय स्तर पर कंट्रोल क बनाया गया है। जहां मौजूद कर्मी पल पल के अपडेट लेते रहेंगे। लोग नियंत्रण कक्ष में फोन के जरिए किसी भी तरह की परेशानी या गडबड़ी की शिकायत कर सकते हैं। सूचना मिलने पर प्रशासन वैसे जगहों पर त्वरित कार्रवाई करेगी।