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लूटकांड व हत्या मामलों में पुलिस के हाथ अब भी हैं खाली

मधेपुरा। बढ़ते अपराध पर सूबे डीजीपी गंभीर हो गए हैं। डीजीपी ने बीते तीन माह के अपराधों क

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Jan 2021 06:29 PM (IST)Updated: Mon, 25 Jan 2021 06:29 PM (IST)
लूटकांड व हत्या मामलों में पुलिस के हाथ अब भी हैं खाली
लूटकांड व हत्या मामलों में पुलिस के हाथ अब भी हैं खाली

मधेपुरा। बढ़ते अपराध पर सूबे डीजीपी गंभीर हो गए हैं। डीजीपी ने बीते तीन माह के अपराधों की समीक्षा करते हुए एसपी को हत्या व लूटकांड के आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी का निर्देश दिया है। अब जिले के लोग डीजीपी की निर्देश के बाद जिले के पुलिस की नींद खुलने की उम्मीद में हैं। लोग देखना चाह रहे हैं कि अब भी मधेपुरा पुलिस हत्या व लूट के मामले में संलिप्त अपराधियों को पकड़ पाती है या नहीं। अब तक का जिले की पुलिस का रवैया निराशाजनक रहा है। बिहारीगंज व अन्य जगहों पर हुई हत्याकांड का खुलासा नहीं हो पाया है। बस कुछ नामजदों की गिरफ्तारी कर पुलिस ने अपने कर्तव्य की इति श्री कर ली है। किसी भी मामले में हत्या में प्रयुक्त हथियार की भी बरामदगी नही की जा सकी है। वहीं मुरलीगंज के चर्चित ऋतिका हत्यकांड का भी खुलासा पुलिस नहीं कर पाई है। डेढ़ माह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी ऋतिका हत्याकांड के रहस्यों से पुलिस पर्दा नहीं उठा पाई है। इसके अलावा भी कई हत्याकांडों के रहस्य से पर्दा उठाना और अरोपितों कि गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।

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बड़ी घटनाओं पर मुख्यालय की रहेगी नजर

डीजीपी ने बीते तीन माह के आपराधिक घटनाओं की समीक्षा के बाद एसपी को टास्क सौंपा है। हत्या, लूट, बलात्कार व डकैती जैसी बड़ी घटनाओं के बाद वरीय पदाधिकारी को तत्काल एक्शन में आने को कहा गया है। वरीय पदाधिकारी को खुद इस तरह की घटनाओं की मॉनिटरिग करने के साथ साथ मुख्यालय को भी जानकारी देने को कहा है। वहीं इस तरह की बड़ी आपराधिक घटनाओं का जल्द से जल्द उद्भेदन को कहा गया है। इसके लिए जिला स्तर पर अलग से टीम भी गठित करने को कहा गया है।

क्या डीजीपी का निर्देश से पड़ेगा फर्क

अब सभी लोगों की निगाहें इस तरफ है कि डीजीपी के कड़े निर्देश के बाद भी मधेपुरा पुलिस एक्शन में आती है या नहीं। अब भी हत्या व लूटकांड के अपराधियों की गिरफ्तारी व घटना का खुलासा कर पाएगी या नहीं। लोग अब एसपी के एक्शन में आने का इंतजार कर रहे हैं। अब तक लूट हत्या जैसे मामले में कड़ा एक्शन नहीं लिया जा सका है। उम्मीद है कि डीजीपी के कड़े निर्देश के बाद सुस्त पड़ा पुलिस महकमा थोड़ी तेजी दिखाए। मधेपुरा पुलिस 48 घंटे के भीतर हुई तीन लूटकांड में से एक भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस का यह सुस्त रवैया आमलोगों के चिता का कारण बना हुआ है।

पांच दिन बाद भी मधेपुरा लूटकांड में कोई सुराग नहीं

शहर में बुधवार को स्टेशन चौक पर हुए लूटकांड मामले में अब तक पुलिस के हाथ खाली है। सीसीटीवी फुटेज रहने के बावजूद अपराधियों तक पुलिस के हाथ नही पहुंच पाई है। पुलिस अब भी अंधेरे में ही तीर चला रही है। लूटकांड के पांच दिन बीत जाने के बावजूद भी एक भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। नतीजा के नाम पर पुलिस के पास कुछ नहीं है। बताते चले की बुधवार को शहर के स्टेशन चौक स्थित आलू प्याज के थोक व्यवसायी देवेंद्र भगत के दुकान से अपराधियों ने सात लाख रुपये लूट लिया था। सिंहेश्वर लूटकांड में भी पुलिस के हाथ खाली

मधेपुरा शहर में हुई लूटकांड के 48 घंटो के भीतर ही सिंहेश्वर बाजार में छह लाख 12 हजार रुपये की लूट हुई। प्राइवेट फाइनांस कंपनी के कर्मियों द्वारा बैंक में राशि जमा करने के दौरान लूट की गई। दो बाइक पर सवार चार अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया। घटना को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी हथियार लहराते हुए आराम से फरार हो गया। सिंहेश्वर बाजार में दिनदहाड़े हुए इस लूटकांड में 72 घंटे बीत जाने के बावजूद भी पुलिस किसी भी लुटेरे तक नहीं पहुंच पाई है।


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