बिना क्लास किए ही पास कर रहे छात्र
मधेपुरा। मधेपुरा : नैक मूल्यांकन से ग्रेड बी प्राप्त जिले का एक मात्र अंगीभूत पीएस कॉलेज की ि
मधेपुरा। मधेपुरा : नैक मूल्यांकन से ग्रेड बी प्राप्त जिले का एक मात्र अंगीभूत पीएस कॉलेज की स्थिति ठीक नहीं है। कॉलेज में बाहरी चमक-दमक बेहतर है। यहां पर इंटरमीडिएट, स्नातक व बीएड की पढ़ाई होती है। विभिन्न संकायों में 1500 से अधिक विद्यार्थी नामांकित है। लेकिन वर्ग में उपस्थिति नगण्य रहता है। बीएड के अलावा अन्य किसी भी पाठ्यक्रम में नामांकित छात्र क्लास करने नहीं आते हैं। छात्रों के वर्ग में उपस्थिति नहीं रहने पर भी फॉर्म भरने के समय 75 प्रतिशत उपस्थिति दिखा दिया जाता है। वर्षों से यहीं खेल चल रहा है। प्रधानाचार्य का कहना है कि छात्र पढ़ने के लिए नहीं आते हैं, तो सवाल उठता है कि ऐसे छात्रों पर कॉलेज की ओर से कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है।
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नैक से मिला है ग्रेड बी :
महाविद्यालय का नैक द्वारा 2017 में मूल्यांकन किया गया। इसमें इस कॉलेज को ग्रेड बी प्राप्त हुआ। नैक से मूल्यांकन के बाद कॉलेज के व्यवस्था में और अधिक सुधार होता है। लेकिन यहां पर ठीक इसके विपरीत क्लास रूप भी व्यवस्थित नहीं है। क्लासरूम में प्रर्याप्त रोशनी का अभाव है। कई कमरे तो ऐसे हैं जिसमें पंखा भी नहीं लगा हुआ है। कॉलेज में लैब तो है पर लैब में उपकरणों की काफी कमी है। जो उपकरण है, उसमें से अधिकतर पुराने हो चुके हैं। जंतुविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. राज कुमार ने बताया कि एक तो छात्र वर्ग में आते नहीं है, वहीं लैब में आधुनिक उपकरणों की कमी है। इस वजह से लैब सही तरीके से संचालित नहीं हो पाता है। बॉटनी विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. रमेश कुमार की माने तो यहां नियमित रूप से लैब क्लास होती हैं। परंतु लैब में रखे उपकरण पर जमी धूल कुछ और ही बयां कर रही है। लाख प्रयास के बावजूद स्थिति में सुधार होने का नाम नहीं ले रहा है। कमोबेश दिनों-दिन हालात और खराब हो रहा है। लेकिन विवि व कॉलेज प्रशासन की ओर से वर्ग में छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए कोई कारगर पहल नहीं किया जा रहा है।
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क्या कहते हैं छात्र :
प्रैक्टिकल तो दूर की बात है। यहां नामांकन लिए हुए एक वर्ष से अधिक हो गया है। लेकिन आज तक कभी क्लास होते हुए नहीं देखा है। लैब रूम केवल परीक्षा के समय ही खुलती है।
कुमार गौतम
विवि छात्र अध्यक्ष
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बीएनएमयू के प्रतिष्ठित कॉलेजों में से एक पीएस कॉलेज भी है। यहां न तो थ्योरी की क्लास होती है और न प्रैक्टिकल की। इस दूर्दशा के लिए कॉलेज प्रशासन व विद्यार्थी दोनों दोषी है।
नीतीश कुमार
छात्र अध्यक्ष, पीएस कॉलेज
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महाविद्यालय में छात्रों की उपस्थिति को बढ़ाने के लिए इस वर्ष नए सत्र में नामांकन के बाद समाज के बुद्धिजीवियों के साथ बैठक किया जाएगा। इसमें सभी क्षेत्रों के लोग को बुलाया जाएगा। वैसे कॉलेज में संसाधन का कोई अभाव नहीं है। सभी विषयों में शिक्षक हैं। लेकिन छात्र पढ़ने नहीं आते हैं। नए सत्र में नामांकन लेने वाले छात्रों के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति मशीन लगाया जाएगा। 75 प्रतिशत उपस्थिति के नियम को सख्ती से पालन किया जाएगा।
डॉ. राजीव ¨सहा
प्राचार्य
पीएस कॉलेज, मधेपुरा
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