बिहार में फिर उफनाई कोसी, दर्जनों गांव में घुसा बाढ़ का पानी
लगातार हो रही बारिश से कोसी नदी में फिर उफान आ गया है। कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। ग्रामीणों की चिंता बढ़ती जा रही है।
मधेपुरा [जेएनएन] । लगातार हो रही मूसलधार बारिश से कोसी समेत उसकी तीन सहायक नदियां उफान पर हैं। इस कारण इलाके के दर्जनों गांवों में पानी घुस गया है। चौसा प्रखंड की तीन पंचायतें टापू में तब्दील हो गई हैं।
इधर, फुलौत से गुजरने वाली घघरी नदी का जलस्तर बढऩे से फुलौत पूर्वी, पश्चिमी और मोरसंडा पंचायत का सड़क संपर्क भंग हो गया है। लोग पलायन कर ऊंचे स्थानों की ओर जा रहे हैं। प्रशासन द्वारा यहां आवागमन के लिए नावों का इंतजाम किया गया है।
यदि बारिश जारी रही तो कोसी और उसकी सहायक नदियां और विकराल रूप धारण कर सकती हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों से पलायन शुरू हो गया है। पीडि़तों का आरोप है कि प्रशासन द्वारा नाव को छोड़कर कोई अन्य व्यवस्था नहीं की गई है। इधर, घघरी नदी का जलस्तर बढऩे से फुलौत पूर्वी, पश्चिमी व मोरसंडा पंचायत का सड़क संपर्क भंग हो चुका है।
टापूनुमा गांवों से निकलने के लिए नाव का ही पीडि़तों को सहारा है। इन पंचायतों के चार दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी फैल चुका है और 10 हजार लोगों को आवागमन में परेशानी आ रही है। फुलौत की घघरी नदी भी मूसलधार बारिश के बाद से उफान पर है।
इस कारण बड़ीखाल, करैल बासा, बरबिग्घी, पिहोरा बासा व करैलिया बासा समेत दर्जनों गांव पानी से घिर चुके हैं। धूमावती स्थान के पास गड्ढे में मिट्टी भराई नहीं होने के कारण सड़क मार्ग से आवागमन बाधित हो गया है। घघरी धार में एक ही सरकारी नाव रहने के कारण लोगों को काफी समय तक नाव का इंतजार करना होता है। मोरसंडा पंचायत के करैल बासा, मुसहरी व श्रीपुर वासा आदि गांवों की स्थिति भी गंभीर बनी हुई है।