अस्पताल से मरीजों को बिचौलिया जबरन ले जा रहा निजी क्लीनिक
मधेपुरा। इलाज के लिए अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों पर बिचौलियों की नजर है। वे मरीजों को बर
मधेपुरा। इलाज के लिए अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों पर बिचौलियों की नजर है। वे मरीजों को बरगलाकर निजी क्लीनिक ले जाता है। इसके एवज में उसको निश्चित रकम मिलती है। मामला शनिवार को खुला। जब अस्पता में शंकरपुर प्रखंड के परसा गांव से सकीना खातून इलाज के लिए पहुंच थी। परिजन अस्पताल में पर्चा कटाने गए थे, इसी दौरान बिचौलियों ने उसे दूसरे ऑटो पर बिठाकर निजी नर्सिंग होम लेकर चले गए। पुर्जा कटाकर जब परिजन लौटे तो मरीज गायब मिला। उसके बाद उसने फोन कर मरीज को वापस बुलाया। इसके बाद सिविल सर्जन के निर्देश पर अस्पताल मैनेजर ने ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा गार्ड को ड्यूटी से हटा दिया।
मालूम हो कि इस प्रकार की घटना अस्पताल में आये दिन हो रहा है। निजी क्लीनिक के बंधे-बंधाए राशि के लिए बिचौलया अस्पताल के इर्द-गिर्द धूमते रहता है। मौका मिलने पर लोगों को बरगलाकर निजी क्लीनिक पहुंचाता है। मामला खुलने के बाद सिविल सर्जन के निर्देश पर मैनेजर ने ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा गार्ड भूषण कुमार को ड्यूटी से मुक्त कर दिया है। लेकिन क्या इससे इस प्रकार की घटना रूकेगा। बताया जा रहा है कि अस्पताल परिसर में संचालित कैंटिन के मालिक को कैं¨टन में दलालों को नहीं बिठाने का सख्त निर्देश दिया गया है। साथ ही कैं¨टग के अलावा अवैध निर्माण को अविलंब हटाने का निर्देश दिया है। मामले को लेकर सिविल सर्जन डॉ. शैलेंद्र कुमार ने बताया कि दलाल के द्वारा अस्पताल परिसर से मरीज को उठाकर ले जाने की सूचना के बाद अस्पताल मैनेजर को निर्देश दे ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा गार्ड को ड्यूटी से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा गार्ड के एजेंसी को सोमवार को पत्र लिख स्पष्टीकरण पूछा जाएगा की क्यों न आपका निविदा समाप्त कर दी जाय। इसके अलावा कैंटींन संचालक के निवादा को समाप्त करने की हिदायत दे पत्र लिख जवाब मांगा जाएगा। दलालों पर अंकुश लगाने को लेकर जिला प्रशासन सहित सदर थाना को भी पत्र लिखा जाएगा।