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अभियान .. कार में हीटर या एसी चलाने में बरतें सावधानी, ताकि न हो परेशानी

उच्च तापमान होने से बढ़ जाता है खतरा ----------------------------- बच्चों को अकेले छोड़ने

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 01:21 AM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 01:21 AM (IST)
अभियान .. कार में हीटर या एसी चलाने में बरतें सावधानी, ताकि न हो परेशानी
अभियान .. कार में हीटर या एसी चलाने में बरतें सावधानी, ताकि न हो परेशानी

उच्च तापमान होने से बढ़ जाता है खतरा

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बच्चों को अकेले छोड़ने पर दम घुटने से हो सकती है मौत

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¨सहेश्वर में कार में एसी चलते रहने के कारण अचानक लगी थी आग

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संवाद सूत्र, मधेपुरा : थोड़ी सी असावधानी जान पर आफत बन सकती है। कार चलाते समय काफी सावधानी की जरूरत होती है। कार का ब्लोअर और हीटर जानलेवा साबित हो सकता है। इसे बेहद सावधानी से प्रयोग करना चाहिए। ब्लोअर चलाएं भी तो वाहन का वेंटिलेशन सिस्टम ठीक करें। शीशे को थोड़ा खुला रहने दें, ताकि ऑक्सीजन की मात्रा बनी रहे। एक सप्ताह पहले ¨सहेश्वर में कार आग लग गई थी। किसी प्रकार लोगों ने आग पर काबू पाया। यद्यपि कार पर सवार लोगों की जान बच गई। बताया गया कि लगातार कार में एसी चल रही थी। चिकित्सकों की मानें तो कार का शीशा बंद होने पर कार्बन डाईऑक्साइड (सीओटू) का घनत्व बढ़ जाता है। शरीर में पहुंचने के बाद यह कार्बोक्सी हीमोग्लोबिन बना देता है। इससे ऑक्सीजन लेने की क्षमता कम हो जाती है। इस अवस्था में व्यक्ति सोते सोते ही बेहोश हो जाता है। इससे दिमाग कोमा में भी जा सकता है। कई मामलों में मौत तक हो जाती है। हीटर और ब्लोअर वाहन में ऑक्सीजन की कमी करता है। नमी कम होती चली जाती है। इससे गला सूखना और दम घुटने जैसा महसूस होता है।

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गैराज के अंदर गाड़ी पार्क करके न चलाएं ब्लोअर

खुली जगह पर कार में ब्लोअर और हीटर का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन गैराज के अंदर यह खतरनाक होता है। गैराज में बहुत ही सीमित मात्रा में ऑक्सीजन रहती है। इससे परेशानी बढ़ जाती है।

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हीटर ऑन कर बच्चों को न छोड़ें अकेला

कार में हीटर ऑन कर बच्चों को कभी भी बंद गाड़ी में अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। क्योंकि बंद गाड़ी में घुटन होने की पूरी संभावना होती है। बंद कार में हीटर या एसी चलने से अंदर का तापमान बाहर के तापमान की तुलना में 20 डिग्री सेल्सियस तक बढ़-घट जाता है। बगैर वैंटिलेशन के कार की पिछली सीट भी उतनी ही गरम होती है जितना कि कार का आगे का हिस्सा। थोड़ी देर होने पर तापमान 70 डिग्री सेल्सियस तक भी जा सकता है। इसलिए बच्चों को उसमें अकेला कतई न छोड़ें। कार में अंगीठी रखकर सफर करना भी काफी खतरनाक साबित हो सकता है। इससे जहां जरा सी लापरवाही पर आग लगने का खतरा पैदा हो सकता है। वहीं दम घुटने की भी संभावना बनी रहती है।

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क्या करें और क्या न करें

-: नियमित तौर पर कारों की सर्वि¨सग कराएं

-: किसी तरह का लीकेज होने पर उसे ठीक कराएं

-: सेंट्रल लॉक सिस्टम नियमित चेक कराएं

-: कार में धूमपान का प्रयोग बिल्कुल न करें

-: टेंपरेचर मीटर और कू¨लग सिस्टम की जांच कराते रहें कराएं

-: कार का शीशा थोड़ा खुला रखें

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